सार

Pahalgam attack: पाकिस्तान भागे आतंकी फारूक टीडवा का घर कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने ध्वस्त किया। फारूक Pahalgam टूरिस्ट हमले की साजिश में शामिल था। कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। देखें पूरी जानकारी।

Pahalgam terror attack: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में शनिवार को सुरक्षा बलों ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाते हुए लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकी फारूक अहमद टीडवा (Farooq Ahmed Teedwa) का घर विस्फोटक से ध्वस्त कर दिया। फारूक फिलहाल पाकिस्तान में छिपा बैठा है और लगातार सीमा पार से आतंकी गतिविधियों को संचालित कर रहा है।

वीडियो वायरल, आधिकारिक पुष्टि का इंतजार

फारूक के घर को उड़ा देने का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि अब तक इस कार्रवाई पर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन कई पत्रकारों और स्थानीय सूत्रों ने इस ऑपरेशन की तस्वीरें साझा की हैं।

पाकिस्तान भागा आतंकी, घाटी में फैलाया आतंक

फारूक अहमद टीडवा कुछ साल पहले पाकिस्तान भाग गया था। वहां से वह पाकिस्तान आर्मी के साथ मिलकर कश्मीर में निर्दोष लोगों पर हमले कराने की साजिश रच रहा था। सुरक्षा एजेंसियों के लिए वह एक बड़ा मोस्ट वांटेड आतंकी बन चुका था।

Pahalgam नरसंहार के बाद सख्त कार्रवाई

22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam Attack) में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला दिया था। बाइसारन घाटी (Baisaran Meadows) में पर्यटकों पर किए गए हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और नेपाल (Nepal) के दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। 17 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।

पहले भी कई आतंकियों के घर ढहाए गए

सुरक्षाबलों ने इस हमले से जुड़े अन्य आतंकियों के घरों को भी ध्वस्त किया है। इसमें बिजबेहरा के आदिल हुसैन ठोकर उर्फ आदिल गोजरी, त्राल के आसिफ शेख और आदिल शेख के घर शामिल हैं।

लश्कर समर्थक TRF ने ली थी जिम्मेदारी

इस नरसंहार की जिम्मेदारी लश्कर (Lashkar-e-Taiba के समर्थित संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (The Resistance Front - TRF) ने ली थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कैसे आतंकियों ने घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों, परिवारों और विक्रेताओं पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं।

संदेश साफ है: आतंकियों और उनके मददगारों के लिए कोई रहम नहीं

इस ऑपरेशन ने साफ कर दिया है कि भारत आतंकवाद और आतंकियों को पनाह देने वालों के खिलाफ अब कोई नरमी नहीं बरतेगा। घाटी में चल रहे इन अभियानों का लक्ष्य है-आतंकवाद को जड़ से खत्म करना और निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने इस हमले को नागरिकों पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बताया। सुरक्षाबलों की सख्त कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश गया है कि भारत न आतंकियों को बख्शेगा, न उनके मददगारों को।