ऑपरेशन सिंदूर: कौन हैं पाकिस्तान के वो 9 आतंकी ठिकानें, क्या है इनका महत्व?
भारतीय वायुसेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में देर रात पाकिस्तान और POJK के 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर और हिजबुल्ला के लॉन्चपैड तबाह हुए। यह पहलगाम हमले का करारा जवाब था। पूरा मिशन रहस्यपूर्ण रहा।
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मिशन के टारगेट: कौन-कौन से ठिकाने बने निशाना?
भारतीय वायुसेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में देर रात पाकिस्तान और POJK के 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर और हिजबुल्ला के लॉन्चपैड तबाह हुए। यह पहलगाम हमले का करारा जवाब था। पूरा मिशन रहस्यपूर्ण रहा।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य क्या है?
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय वायुसेना का एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान और POJK में मौजूद आतंकवादियों को प्रभावी ढंग से निशाना बनाना था। भारतीय खुफिया एजेंसी RAW और सैन्य बलों ने यह सुनिश्चित किया कि इन ठिकानों को ध्यान से चुना जाए, जो भारत में आतंकवाद फैलाने में सक्रिय रूप से शामिल थे।
यह ऑपरेशन पाकिस्तान के खिलाफ एक सटीक और रणनीतिक जवाब था, जिसे भारत ने पूरी तैयारी के साथ अंजाम दिया। 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों पर किए गए इन हमलों ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, और हिजबुल्ला के नेटवर्क को बहुत नुकसान पहुँचाया है।
1.बहावलपुर (पाकिस्तान) - जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय
स्थान: पाकिस्तान का बहावलपुर, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 100 किमी दूर है, जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य ठिकाना है।
महत्व: यह स्थान भारत के खिलाफ कई प्रमुख आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है, जिसमें 2001 संसद हमला और 2019 पुलवामा हमला शामिल हैं। इस ठिकाने को नष्ट कर जैश के कमांड और संरचना को गंभीर नुकसान हुआ।
2. मुरीदके (पंजाब, पाकिस्तान) - लश्कर-ए-तैयबा का शिविर
स्थान: मुरीदके, पंजाब प्रांत में स्थित लश्कर का 200 एकड़ का कैंप।
महत्व: लश्कर-ए-तैयबा का यह कैंप 2008 में हुए मुंबई हमले का गढ़ था। हाल के पहलगाम हमले में भी इसकी भूमिका रही थी। इस शिविर को निशाना बनाकर लश्कर के ट्रेनिंग नेटवर्क को तबाह किया गया।
3. गुलपुर (POJK) - लश्कर-ए-तैयबा का शिविर
स्थान: गुलपुर, पुंछ-राजौरी सेक्टर, POJK।
महत्व: यह शिविर पाकिस्तान के द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने का एक प्रमुख केंद्र था। यहाँ से 20 अप्रैल 2023 को हुए पुंछ हमले की योजना बनी थी। इस हमले को नष्ट कर भारत ने अपनी सुरक्षा को मजबूत किया।
4. सवाई (POJK) - लश्कर-ए-तैयबा का शिविर
स्थान: तंगधार सेक्टर, POJK में स्थित।
महत्व: सवाई से कश्मीर में पर्यटन पर हमले की साजिशें रची जा रही थीं। 20 अक्टूबर 2024 और 22 अप्रैल 2025 को इसी शिविर से हमलों की योजना बनाई गई थी। इस ठिकाने को नष्ट कर भारत ने कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को सीमित किया।
5. बिलाल (POJK) - जैश-ए-मोहम्मद का लॉन्चपैड
स्थान: POJK में स्थित।
महत्व: यह जैश का प्रमुख लॉन्चपैड था, जहां से आतंकवादी भारत में घुसपैठ के लिए तैयार होते थे। इसे नष्ट करके भारत ने घुसपैठ की योजनाओं को कमजोर किया।
6. कोटली (POJK) - लश्कर का कैंप
स्थान: राजौरी के सामने, POJK।
महत्व: यह कैंप आतंकवादियों को भारत में हमलों के लिए ट्रेनिंग देता था। इसे निशाना बनाकर लश्कर की ऑपरेशनल क्षमता को समाप्त किया गया।
7. बरनाला (POJK) - लश्कर का शिविर
स्थान: राजौरी के सामने, POJK।
महत्व: यह शिविर आतंकियों को हथियारों की ट्रेनिंग और घुसपैठ की योजनाओं में मदद करता था। इसे नष्ट कर भारत ने सीमा पार हमलों की साजिशों को नाकाम किया।
8. सरजाल (पाकिस्तान) - जैश का कैंप
स्थान: पाकिस्तान में सांबा-कठुआ के सामने।
महत्व: यह जैश का प्रमुख कैंप था, जो जम्मू में आतंकी हमलों के लिए आतंकवादियों को तैयार करता था। इसे नष्ट करने से जम्मू में हमलों के मार्ग को बंद किया गया।
9. महमूना (पाकिस्तान) - हिजबुल्ला का ट्रेनिंग सेंटर
स्थान: पाकिस्तान का सियालकोट क्षेत्र।
महत्व: हिजबुल्ला का यह केंद्र जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देता था। इसे निशाना बनाकर भारत ने हिजबुल्ला के नेटवर्क को कमजोर किया।