Operation Sindoor: भारत ने भवालपुर, मुरीदके और सियालकोट को ही क्यों बनाया निशाना?
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने आतंकी हमले का बदला लेते हुए बिना पाक हवाई सीमा का उल्लंघन किए 9 ठिकानों पर घातक स्ट्राइक की। बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट जैसे आतंकी गढ़ ध्वस्त कर दिए गए। जानें इंडियन आर्मी ने बहावलपुर, मुरीदके को ही इसके लिए क्यों चुना?
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ऑपरेशन सिंदूर - पहलगाम नरसंहार का बदला
भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार रात 1:44 बजे पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमला किया। यह कार्रवाई पहलगाम में मारे गए 26 नागरिकों की निर्मम हत्या का जवाब थी।
बिना सीमा लांघे दुश्मन को घाव
IAF ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किए बिना 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। यह कार्रवाई संयमित, केंद्रित और सर्जिकल थी, जिसमें किसी भी पाकिस्तानी सैन्य या नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
मुरीदके पर वार - लश्कर का गढ़ तबाह
लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरीदके ऑपरेशन का प्रमुख निशाना था। यहां से हाफिज सईद भारत में आतंक फैलाने की योजनाएं चलाता था। अब यह ठिकाना राख में बदल चुका है।
बहावलपुर में जैश का अंत
बहावलपुर, मसूद अजहर का गृहनगर और जैश-ए-मोहम्मद का बेस, भारत के टारगेट पर रहा। इस हमले ने जैश की रीढ़ तोड़ दी और उसके ऑपरेशनल नेटवर्क को पंगु बना दिया।
सियालकोट – आतंकियों का लॉन्च पैड ध्वस्त
सियालकोट वो ज़ोन है जहां से जैश और लश्कर के आतंकी जम्मू में घुसपैठ करते थे। यहां की घुसपैठी गतिविधियों को इस हमले से बड़ा झटका लगा है।
IAF की सटीक खुफिया कार्रवाई
IAF ने खुफिया इनपुट्स के आधार पर जैश के 4, लश्कर के 3 और हिजबुल मुजाहिदीन के 2 ठिकानों पर सटीक हमले किए। यह आतंकी ढांचे पर निर्णायक प्रहार था।
सेनाओं की संयुक्त कार्रवाई
ऑपरेशन सिंदूर तीनों सेनाओं – थल, वायु और नौसेना – का समन्वित प्रयास था। इस रणनीतिक हमले ने भारत की सैन्य ताकत और एकजुटता का प्रदर्शन किया।
23 मिनट में पाकिस्तान की रीढ़ टूटी
सिर्फ 23 मिनट में यह ऑपरेशन पूरा हुआ, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और पीओके के 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। तेज, सटीक और असरदार कार्रवाई।
PM मोदी की निगरानी में चला मिशन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युद्ध कक्ष से ऑपरेशन की निगरानी की। भारत ने दिखा दिया कि वह आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा।