ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने आधी रात को पाकिस्तान और POK में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। मसूद अजहर के गढ़ बहावलपुर समेत लश्कर और जैश के कैंप तबाह हुए। 23 आतंकी मारे गए, मिशन पूरी तरह गोपनीय रहा।

Jaish-e-Mohammed Strike: भारतीय सेना ने आधी रात को "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। ये हमले पूरी तरह गोपनीय और सटीक रणनीति के तहत किए गए।

बहावलपुर समेत मसूद अजहर के गढ़ को बनाया गया लक्ष्य

हमलों के प्रमुख लक्ष्य थे – बहावलपुर (जहां जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का घर है), मुरीदके, गुलपुर, भीमबर, चकमरू, कोटली, सियालकोट के पास एक शिविर और मुजफ्फराबाद में दो आतंकी बेस।

 

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23 लश्कर आतंकियों की मौत, आतंकी ढांचे को भारी नुकसान

सेना के मुताबिक इस मिशन में कम से कम 23 लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। मिसाइल हमलों से आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप और लॉजिस्टिक बेस पूरी तरह नष्ट कर दिए गए।

पाक सेना के ठिकानों को नहीं बनाया गया निशाना

भारतीय सेना ने साफ किया कि यह सैन्य कार्रवाई केवल आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के लिए की गई है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। यह हमला "गैर-उत्तेजक और मापा हुआ" था।

 

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पहलगाम हमले के बाद लिया गया बड़ा फैसला

यह हमला उस आतंकी घटना के दो हफ्ते बाद किया गया जिसमें पहलगाम में भारतीय जवानों की जान गई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 अप्रैल को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में सेना को "पूर्ण ऑपरेशनल स्वतंत्रता" दी थी।

टॉप लेवल निगरानी में हुआ ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)

सूत्रों के अनुसार, यह पूरा ऑपरेशन भारत के शीर्ष रक्षा अधिकारियों की निगरानी में हुआ। पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ "करारा जवाब देने" के राष्ट्रीय संकल्प को दोहराया।

आतंक के अड्डों पर surgical precision से हमला

सेना ने मिसाइल हमलों को बेहद सटीक, लक्षित और रणनीतिक बताया। यह एक बार फिर साबित करता है कि भारत आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।