डेटिंग की दुनिया में आया नया ट्रेंड, जानें क्या है 'सॉफ्ट स्वैप'
What is a soft swap: रिश्तों की दुनिया में इन दिनों एक नया और चौंकाने वाला ट्रेंड सामने आया है। इस डेटिंग ट्रेंड को सॉफ्ट स्वैपिंग का नाम दिया गया है। आइए जानते हैं क्या है यह नया ट्रेंड और कैसे आया चर्चा में।
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सॉफ्ट स्वैपिंग ट्रेंड न सिर्फ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे TikTok पर चर्चा में है, बल्कि Hulu की चर्चित सीरीज ‘The Secret Lives of Mormon Wives’ ने इसे और भी सुर्खियों में ला दिया है। Gen Z युवा के बीच यह ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है।
क्या है 'सॉफ्ट स्वैपिंग'?
सॉफ्ट स्वैपिंग (Soft Swapping) को आप "स्विंगिंग लाइट" के रूप में समझ सकते हैं। इसमें कपल्स आपसी सहमति से दूसरों के साथ किसिंग, टचिंग, और कभी-कभी ओरल सेक्स जैसे अंतरंग एक्टिविटी में शामिल होते हैं। लेकिन पूरी तरह से शारीरिक संबंध (इंटरकोर्स) से दूरी बनाए रखते हैं। यह नॉन-मोनोगैमी को एक्सप्लोर करने का एक सीमित तरीका है। जिसमें लोग अपने संबंधों की सीमाओं को बिना पूरी तरह हद पार किए हुए परखते हैं।
टिकटॉक से शुरू हुआ ट्रेंड
इस ट्रेंड को सुर्खियों में लाने वाली शख्सियत हैं Taylor Frankie Paul, जो कभी "MomTok" की साफ-सुथरी इमेज वाली इन्फ्लुएंसर थीं। 2022 में उन्होंने खुलासा किया कि उटाह (Utah) की मॉर्मन मम्मियों का उनका ग्रुप ‘सॉफ्ट स्विंगिंग’ कर रहा था। यानी पति-पत्नी आपसी सहमति से दूसरे लोगों के साथ सीमित अंतरंगता बना रहे थे।लेकिन ये खुलापन उनकी शादी और दोस्ती दोनों के लिए भारी पड़ गया। बाद में टेलर का तलाक हो गया और कई दोस्तों से रिश्ते टूट गए।
रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?
रिलेशनशिप कोच निकोल मूर ने न्यूयॉर्क पोस्ट से बातचीत में कहा कि सॉफ्ट स्विंगिंग कपल्स को एक-दूसरे की पसंद-नापसंद को समझने का मौका देता है, लेकिन ये सीमा तय करने का एक ‘जोखिमभरा खेल’ भी बन सकता है।
जनरेशन Z और नॉन-मोनोगैमी का रिलेशनशिप पर क्या है राय
एक सर्वे के अनुसार:59% Gen Z युवा ओपन या पॉलीअमोरस रिश्तों को अपनाने के इच्छुक हैं। वहीं, 65% का मानना है कि ये रिश्ते ज़िंदगी को ज्यादा रोमांचक बनाते हैं।वहीं, करीब 50% का मानना है कि सिर्फ एक पार्टनर से संतुष्टि नहीं मिलती। सोशल मीडिया और डिजिटल एक्सपोजर की वजह से नई पीढ़ी न केवल रिश्तों के नए फॉर्म एक्सप्लोर कर रही है, बल्कि खुलेआम इस पर बातचीत भी कर रही है।
क्या ये ट्रेंड टिकाऊ है?
हालांकि यह ट्रेंड आज के युवाओं को ‘फ्रीडम’ और ‘एक्सप्लोरेशन’ का अहसास देता है, लेकिन स्पष्ट सीमाओं और भावनात्मक समझदारी के बिना यह रिश्तों में भ्रम, असुरक्षा और टूटन का कारण भी बन सकता है।