Reason for Extra Marital Affair: पति-पत्नी के बीच बढ़ती दूरियां, नीरस दिनचर्या और सराहना की कमी एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के मुख्य कारण हो सकते हैं। भावनात्मक जुड़ाव की तलाश में लोग कई बार गलत रास्ते पर निकल पड़ते हैं।

Extra Marital Affair: शादी एक पवित्र बंधन है, जो विश्वास, सम्मान और प्यार पर टिका होता है। शादीशुदा जोड़े के बीच मनमुटाव या वैचारिक मतभेद होना सामान्य बात है, लेकिन जब शादीशुदा जोड़े के बीच कोई तीसरा व्यक्ति आ जाता है, तो विश्वास, प्यार और सम्मान को ठेस पहुंच सकती है। आजकल ऐसे कई मामले देखने को मिल रहे हैं, जिनमें "पति या पत्नी और वो" वाली कहानी देखने को मिलती है। ऐसे रिश्ते में पति या पत्नी होते हुए भी पार्टनर किसी और से अफेयर करने लगता है। कई बार जीवन में कुछ ऐसे हालात बन जाते हैं, जहां लोग इस रिश्ते से बाहर किसी और से जुड़ाव महसूस करने लगते हैं। इसे एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर कहते हैं।

एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन अक्सर यह रिश्ते में किसी कमी का संकेत होता है। इससे बचने के लिए सबसे जरूरी है समय पर बात करना, एक-दूसरे को समझना और रिश्ते में भावनात्मक नजदीकियां बनाए रखना। इस लेख में जानिए लोग एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर क्यों करते हैं, यानी एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के मुख्य कारणों के बारे में जानें।

भावनात्मक दूरी और अकेलापन (Emotional distance and loneliness)

कई बार पति-पत्नी के बीच बातचीत कम हो जाती है या वे एक-दूसरे को समझना बंद कर देते हैं। ऐसे में जब कोई अपने जीवनसाथी से भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ महसूस नहीं करता है, तो वह तीसरे व्यक्ति में उस जुड़ाव की तलाश करने लगता है।

थका हुआ और नीरस दिनचर्या (Tired and monotonous routine)

शादी के कुछ सालों बाद रिश्ते में उत्साह कम हो सकता है। नीरस दिनचर्या, जिम्मेदारियों का बोझ और निजी समय की कमी के कारण कुछ लोग जीवन में नयापन लाने के लिए बाहर किसी और की ओर आकर्षित होने लगते हैं।

सराहना और समझ की कमी (Lack of appreciation and understanding)

हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी सराहना की जाए और उसे समझा जाए। जब ​​किसी को अपने साथी से यह महसूस नहीं होता है कि उसके साथी के जीवन में उसका कोई महत्व है। जब उन्हें लगने लगता है कि उनकी भावनाओं की कद्र नहीं की जा रही है, तो वे ऐसे व्यक्ति की ओर आकर्षित हो सकते हैं जो उन्हें समझता हो और उनकी सराहना करता हो।

अवसर और सोशल मीडिया (Opportunities and Social Media)

आज के समय में सोशल मीडिया, ऑफिस में सहकर्मियों के साथ ज़्यादा समय बिताना और डिजिटल कनेक्शन ने नए रिश्तों को बढ़ावा दिया है। बातचीत आसानी से शुरू हो जाती है और धीरे-धीरे भावनाएँ गहरी होने लगती हैं, जो आगे चलकर अफेयर का रूप ले सकती हैं।