कोरोना वायरस फैल जाने की वजह से लॉकडाउन में सभी अपने घरों में रहने को मजबूर हैं। पहले पार्टनर्स अक्सर एक-दूसरे से मिल लिया करते थे। इससे संबंधों में ताजगी बनी रहती थी। अब यह मुमकिन नहीं है।
कोरोना और इसकी वजह से हुए लॉकडाउन के कारण हर कोई चिंतित और परेशान नजर आता है। चिंता से दिमाग के काम करने की क्षमता कम हो जाती है और इसका हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इससे हर हाल में बचने की जरूरत है।
आजकल हर आदमी कोरोना की ही चर्चा करता नजर आता है। यह महामारी इतनी तेजी से फैली कि इससे लाखों-करोड़ों लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इससे लोगों के रिलेशनशिप पर नेगेटिव असर पड़ने लगा। संबंधों में नेगेटिविटी से हर हाल में बचना जरूरी है।
कोरोना महामारी फैलने के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है। ऐसे में, हमेशा घर में ही रहने के कारण लोग मानसिक तनाव के शिकार हो रहे हैं और इसका खराब असर आपसी रिश्तों पर पड़ रहा है।
कोरोना वायरस फैलने के बाद लंबे समय तक लॉकडाउन की घोषणा से उन लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जो सिंगल हैं। ज्यादातर दफ्तर बंद हैं। ऐसे में, अकेले रहने वाले लोगों को दिक्कत होना स्वाभाविक है।
कोरोना वायरस के खतरे के चलते पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। ऐसे में, जो लोग वर्क फ्रॉम होम के तहत काम नहीं कर रहे हैं, उन्हें पार्टनर के साथ वक्त बिताने का पूरा समय मिलेगा।
अगर पार्टनर डोमिनेटिंग नेचर का हो यानी हर जगह अपनी मन-मर्जी ही चलाना चाहता हो तो यह रिलेशनशिप के लिए ठीक नहीं होता।
अभी हर कोई कोरोना वायरस के फैलने से परेशान है। इसका असर नजदीकी संबंधों पर भी बहुत बुरा पड़ रहा है। लोग इस डर से कि कहीं वायरस का संक्रमण न हो जाए, एक-दूसरे से मिलने में भी डरने लगे हैं।
किसी भी रिश्ते को ठीक रखने के लिए आपसी समझदारी और सहनशीलता की भावना का होना जरूरी है। कुछ ऐसी बातें हैं, जो अच्छे-खासे रिश्ते में कड़वाहट घोल देती हैं।
आजकल की भागदौड़ वाली जिंदगी और तरह-तरह की समस्याओं के कारण ज्यादातर लोग चिंता और डिप्रेशन की समस्या के शिकार होने लगे हैं।