Mother in law love with Young Man: यूपी के ललितपुर में बुजुर्ग महिला पर प्यार का खुमार ऐसा छाया कि उसने तमाम मर्यादा तोड़ते हुए प्रेमी संग गायब हो गई। इतना ही नहीं बहुओं को भी कंगाल करके चली गई। पूरा माजरा जान कहेंगे हाय रे इश्क..।

Mother-in-law eloped with her young lover: प्यार में जब कोई रंग जाए तो फिर दूजा रंग कहां अच्छा लगता है। लेकिन कई बार यहीं प्यार किसी की बर्बाद की वजह भी बन जाती है। इश्क का खुमार एक बुजुर्ग महिला पर ऐसा चढ़ा कि उसने ना उम्र का लिहाज किया और ना ही समाज का, यहां तक की अपनों को भी धोखा दिया। कहानी यूपी के ललितपुर से जुड़ा है, जहां एक बुजुर्ग महिला 30 साल के प्रेमी संग कथित तौर पर गायब हो गई।

जखौरा थाना क्षेत्र के सांकरवार कला गांव में हर तरफ इसके ही चर्चे हैं। हरिराम पाल की पत्नी भगवती को 30 साल के कृष्णपाल झा से प्यार हो गया। वो उसके साथ रहना चाहती थी, इसलिए पहले ही थाने में जाकर कुछ सप्ताह पहले कह आई थी कि वो अब पति और परिवार के साथ नहीं रहना चाहतीं। वह अपनी मर्जी से जीवन जीना चाहती है।

योगी आदित्यनाथ से बुजुर्ग ने लगाई गुहार

बताया जा रहा है कि इसके बाद भगवती देवी ने अपने चार बहुओं के गहने चुरा लिए और पति से बेवफाई करते हुए गायब हो गई।हरिराम पाल के मुताबिक उसकी पत्नी इस उम्र में कृष्णपाल के साथ गायब हो गई। उसने थाने में चौखट खटखाई, लेकिन जब वहां सुनवाई नहीं हुई तो उसने सीएम योगी आदित्यनाथ से इंसाफ की मांग की है। उसने लिखा है कि मैं बूढ़ा हो चुका हूं। अब न सहारा है, न उम्मीद। घर था, वो भी उजड़ गया। बहुएं चली गईं, और मैं अकेला रह गया इस वीराने में।'

बहुओं को हुई घोर निराशा

दरअसल, सास के धोखे की शिकार हुई बहुएं अपने मायके चली गई हैं। सास ने जमा-पूंजी के साथ-साथ बहुओं के गहने भी गायब कर दिए। उनका कहना है कि सास को मां जैसा स्थान दिया था, लेकिन उन्होंने हमारे भरोसे का गला घोंट दिया। समाज के ताने सुनने को मिल रहे हैं और सारी कमाई गहने भी चले गए।

कहानी क्या चेतावनी देती है

ललितपुर की यह घटना एक चेतावनी है कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और सामाजिक जिम्मेदारियों के बीच बैलेंस कितना जरूरी है। प्यार करना वैसे कोई जुर्म नहीं हैं, लेकिन अपनों के विश्वास को तोड़कर अपनी इच्छाओं को सर्वोपरि रखना, कई जिंदगियों को बर्बादी की ओर ले जा सकता है। इस मामले ने दिखा दिया कि एक इंसान का स्वार्थ, कई लोगों की भावनात्मक और आर्थिक तबाही का कारण बन सकता है।