Parenting Tips:बच्चों को पालना आसान काम नहीं होता है, खासकर एक ऑफिस गोइंग पेरेंट्स के लिए। ऐसे में कई पेरेंट्स काफी स्ट्रेस में रहते हैं। हम यहां बताएंगे कि पेरेंटिंग स्ट्रेस से कैसे खुद को निकाल सकते हैं।

How To Handle Parenting Stress:माता-पिता बनना एक खूबसूरत एहसास है, लेकिन साथ ही यह जिम्मेदारियों और तनाव से भरा सफर भी है। बच्चों की परवरिश, उनकी शिक्षा, भविष्य की चिंता और दिनभर की भागदौड़इन सबके बीच खुद के लिए समय निकालना अक्सर असंभव-सा लगने लगता है। कई बार पेरेंट्स काफी थके और चिड़चिड़े नजर आते हैं। वो काफी तनाव में भी रहते हैं।ऐसा लगता है कि वो अपनी पहचान खो रहे हैं। अगर आप भी पेरेंटिंग स्ट्रेस से जूझ रहे हैं तो घबराइए नहीं,यहां पर हम आपको 5 आसान उपाय बताएंगे जो आपके सुकून को वापस ला सकते हैं।

1.खुद की देखभाल सबसे पहले

अक्सर माता-पिता बच्चे को खुद से पहले रखते हैं। हालांकि यह गलत नहीं है लेकिन खुद की देखभाल भी करना बहुत जरूरी है। इसलिए सबसे पहले खुद के लिए एक बैलेंस डाइट चार्ट बनाएं और खाएं। हर रोज एक्सरसाइज करें। अच्छी नींद लें।दिन में 10–15 मिनट अपने लिए निकालें,चाहे वो चाय पीना हो, किताब पढ़ना या थोड़ी देर आंखें बंद करना।

2. बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं

दिनभर की दौड़ में अगर बच्चों के साथ का समय बोझ लगे, तो यह तनाव को बढ़ा सकता है। इसलिए उनके साथ किताब पढ़ें। कोई गेम खेलें। उनके साथ एक्टिविटी करें। वॉक पर जाएं। उनके साथ अपना बचपन जीएं। ये छोटे-छोटे पल रिश्तों को मजबूत बनाते हैं और आपके अंदर की खुशी को फिर से जगाते हैं।

3. माइंडफुलनेस और मेडिटेशन ट्राई करें

माइंडफुलनेस और मेडिटेशन की तरफ जाएं। 5 मिनट ब्रीडिंग एक्सरसाइज करें। मेडिटेशन करें। यह मानसिक थखान को कम करता है और आपकी सोच में भी क्लियरिटी लाता है।

4. खुद को समय-समय पर ब्रेक देना सीखें

हर पेरेंट को कभी-कभी ‘टाइम-आउट’ की जरूरत होती है। गुस्सा आने पर खुद को कुछ देर के लिए कमरे से बाहर निकालें। सांस लें और शांत होकर फिर दोबारा वापस आएं। इससे आप अपने रिएक्शन को कंट्रोल कर पाएंगे और बेहतर पैरेंट बन सकेंगे।

5. सपोर्ट सिस्टम बनाएं और मदद लें

हर चीज अकेले करने की जरूरत नहीं हैं। फैमिली, फ्रेंड या फिर भरोसेमंद इंसान से बातचीत करें। अपनी भावनाओं को जाहिर करें। अगर ज्यादा तनाव हो रहा है और खुद से यकीन जा रहा है तो फिर प्रोफेशनल काउंसलर की मदद लेने से हिचकिचाएं नहीं। बच्चे की परवरिश ठीक से करनी है तो खुद को मेंटली स्ट्रॉग रखना बहुत जरूरी है।