सार
Fear of Partner Rejection Reasons: क्या आपको लगता है कि आपका पार्टनर आपको छोड़ देगा, भले ही वो भरोसेमंद हो? ये डर आपको परेशान कर सकता है।
Fear of Partner Rejection Reasons: क्या आपको अपने पार्टनर के आपको छोड़ देने का डर सताता है? इसे 'रिजेक्शन का डर' कहते हैं। ज़रूरी नहीं कि आपके पार्टनर के साथ कोई समस्या हो। भले ही आपको पता हो कि आपका पार्टनर भरोसेमंद है, फिर भी ये डर आपको घेर सकता है। आइए जानते हैं साइकोलॉजिस्ट प्रिया वर्गीस इसके बारे में क्या बताती हैं जो तिरुवल्ला के ब्रीथ माइंड केयर में वर्किंग हैं।
क्यों सताता है ये डर की पार्टनर छोड़कर चला जाएगा
पिछले रिश्तों का दर्द - अगर पहले किसी ने धोखा दिया हो, बिना कुछ कहे रिश्ता तोड़ दिया हो, या ब्रेकअप हुआ हो, तो नए रिश्तों में भी यही होने का डर बना रह सकता है।
खुद को कम आंकना और आत्मविश्वास की कमी - अगर आपको लगता है कि आप प्यार के लायक नहीं हैं, दूसरे आपसे बेहतर हैं, या आप खुद को कोसते रहते हैं, तो आपको पार्टनर के छोड़ने का डर ज़्यादा हो सकता है। बचपन के अनुभव या माता-पिता की उपेक्षा भी इसकी वजह हो सकती है।
प्यार की कमी में पलना - बचपन में अकेलापन या माता-पिता से प्यार न मिलना, प्यार पाने की तीव्र इच्छा पैदा कर सकता है। इसलिए, जब पार्टनर से प्यार मिलता है, तो उसे खोने का डर भी सताता है।
पार्टनर पर ज़रूरत से ज़्यादा निर्भरता - अगर आपको लगता है कि पार्टनर का प्यार मिलने पर ही आप पूरे हैं, आपकी ज़िंदगी का मतलब है, और अपनी काबिलियत और उपलब्धियों से आपको खुशी नहीं मिलती, सिर्फ़ प्यार मिलने पर ही आप खुद को अच्छा महसूस करते हैं, तो ये निर्भरता डर पैदा करती है।
कुछ गहरे बैठे विचार - अगर आप सोचते हैं कि आपको कोई प्यार नहीं करेगा, सब आपको छोड़ देंगे, तो भले ही पार्टनर और दोस्त आपसे प्यार करते हों, आपको लगेगा कि ये सब अस्थायी है और आपको छोड़ दिया जाएगा।
इसका हल कैसे निकालें:
खुद को महत्व देना सीखें - ये सोचना छोड़ दें कि किसी और के प्यार से ही आपकी ज़िंदगी पूरी होती है। ऐसे कामों पर ध्यान दें जिनसे आपको खुशी और गर्व हो। दूसरों का प्यार मिलना जितना ज़रूरी है, खुद को महत्व देना भी उतना ही ज़रूरी है। प्यार पाने और किसी पर हद से ज़्यादा निर्भर होने में फ़र्क़ है। समय-समय पर खुद से पूछें कि क्या आप दूसरों पर बहुत ज़्यादा निर्भर हैं, क्या आप बहुत डरते हैं। ज़रूरत से ज़्यादा डरने की ज़रूरत नहीं है - क्योंकि आप प्यार के लायक हैं, ये याद रखें। अपने डर के बारे में पार्टनर से खुलकर बात करें। अगर आपका पार्टनर आपको समझता है, तो वो आपको सुनेगा और साथ देगा। अगर बहुत ज़्यादा डर लग रहा है, तो किसी मनोवैज्ञानिक से मिलें।
(लेखिका प्रिया वर्गीस, तिरुवल्ला के ब्रीथ माइंड केयर में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं। फ़ोन नंबर: 8281933323)