नींद पूरी ना हो तो दिमाग करता है ये अजीब 4 हरकतें, जरा आप भी जान लीजिए
Sleep Deprivation Study: अगर आपकी नींद पूरी नहीं होती, तो आपका दिमाग़ खुद को ही खा सकता है! ये चौंकाने वाली बात कई रिसर्च में सामने आई है।
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नींद पूरी न होने पर दिमाग खुद को खा जाता है?
हमारे शरीर का स्वास्थ्य सिर्फ़ पोषक तत्वों, भोजन और पानी पर ही निर्भर नहीं करता, बल्कि अच्छी नींद का भी उतना ही महत्व है. जो लोग अच्छी नींद लेते हैं, वे ज़्यादा स्वस्थ जीवन जीते हैं. अच्छी नींद आपको कई बीमारियों से बचाती है. क्योंकि दिन भर काम करने के बाद शरीर को रात में आराम ज़रूर चाहिए. यही आराम आपको अगले दिन काम करने के लिए ऊर्जा देता है. रात भर जागते रहना सेहत के लिए अच्छा नहीं है.
नींद की कमी से बीमरियां
नींद की कमी न सिर्फ़ पुरानी बीमारियों को बढ़ाती है, बल्कि दिमाग़ की सेहत को भी ख़राब करती है. क्या आप जानते हैं? लगातार रात में नींद पूरी न करने वालों का दिमाग़ खुद को ही खाना शुरू कर देता है. एक रिसर्च में यह बात सामने आई है.
अधूरी नींद के बारे में क्या कहती है स्टडी?
इस बारे में 2017 में न्यूरो साइंस पत्रिका में एक अध्ययन प्रकाशित हुआ था. इसमें शोधकर्ताओं ने पाया कि लंबे समय तक नींद की कमी से जूझ रहे लोगों का दिमाग़ खुद को ही खाना शुरू कर देता है.
तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान
कम नींद लेने से दिमाग़ के ज़रूरी तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान पहुँचता है. जब हम सोते हैं, तो हमारे दिमाग़ में मौजूद एस्ट्रोसाइट्स नामक कोशिकाएं ख़राब या बेकार तंत्रिका संबंधों को हटाने का काम करती हैं.
नहीं हट पाती हैं खराब कोशिकाएं
अगर कोई लंबे समय तक ठीक से नहीं सोता है, तो ये ख़राब कोशिकाएं हटाने की प्रक्रिया प्रभावित होती है. इससे ये कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं. नतीजतन, एस्ट्रोसाइट्स स्वस्थ कोशिकाओं को भी नष्ट करने लगते हैं. यही कारण है कि दिमाग़ को होने वाले इस नुकसान से सोचने और याद रखने में दिक्कत होती है.
माइक्रोग्लिया होती है अधिक सक्रिय
इसके अलावा, माइक्रोग्लिया, एक अन्य प्रकार की कोशिका जो अल्जाइमर रोग में पाई जाती है, भी ज़्यादा सक्रिय हो जाती है. ये लगातार नींद न आने से गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं. अच्छी नींद ही स्वस्थ जीवन की नींव है. नींद की कमी दिमाग़ को गंभीर रूप से प्रभावित करती है. इसलिए सावधान रहें और अच्छी नींद लें.