सार

Black or Pink Salt which is better for health: काला नमक और सेंधा नमक, दोनों ही स्वाद के साथ सेहत के लिए फायदेमंद हैं। जानें इनके औषधीय गुण, फायदे, नुकसान और कौन सा नमक आपके लिए बेहतर है।

Black salt & pink salt health benefits: खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ, नमक औषधीय गुणों के कारण भी खास जगह रखता है। खासतौर पर काला नमक और हिमालयन पिंक सॉल्ट (सेंधा नमक), दोनों ही हमारे खाने का अहम हिस्सा हैं और स्वाद और सेहत, दोनों के लिहाज़ से फायदेमंद हैं लेकिन ये जानना ज़रूरी है कि काला नमक या हिमालयन पिंक सॉल्ट, इन दोनों में से कौन सा नमक बेहतर है।

सेंधा नमक का सेवन क्यों करना चाहिए ?

ये प्राकृतिक रूप से मिनरल्स से भरपूर होता है और समुद्री नमक से बिल्कुल अलग होता है। इस नमक को खदानों से निकाला जाता है और ये पूरी तरह से शुद्ध होता है। इसमें कोई मिलावट या केमिकल नहीं मिलाया जाता। इसे ज़्यादा प्रोसेस नहीं किया जाता, इसलिए ये अपने प्राकृतिक रूप में ही मिलता है। इसे खासतौर पर व्रत या उपवास के दौरान इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि इसे सात्विक और पवित्र माना जाता है।

सेंधा नमक के फायदे

  • सेंधा नमक के पाचक एंजाइम को बढ़ाने में मदद करता है। इससे खाना आसानी से और अच्छे से पचता है।
  • ये शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे लिवर और किडनी अच्छे से काम करते हैं।
  • इसमें सामान्य नमक से कम सोडियम होता है, इसलिए इसे हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़ों के लिए थोड़ा बेहतर विकल्प माना जाता है।
  • ये खुजली और जलन जैसी त्वचा की समस्याओं से राहत देता है और इसे नहाने के नमक के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है।

सेंधा नमक के नुकसान

  • अगर इसकी मात्रा पर कंट्रोल न रखा जाए, तो ये ब्लड प्रेशर को भी बढ़ा सकता है।
  • ज़्यादा मात्रा में लेने से किडनी पर दबाव पड़ सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें पहले से ही किडनी की बीमारी है।

काला नमक के स्वास्थ्य लाभ

काला नमक, जिसे कला नमक या ब्लैक सॉल्ट भी कहा जाता है, भारत, नेपाल और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में पाया जाने वाला एक तरह का मिनरल सॉल्ट है। ये अपने अनोखे सल्फर वाले स्वाद और गंध के लिए जाना जाता है। आयुर्वेद में इसे खास महत्व दिया जाता है क्योंकि इसे पाचन और दूसरी शारीरिक समस्याओं के लिए फायदेमंद माना जाता है।

काला नमक के फायदे क्या हैं?

  • काला नमक गैस, अपच और एसिडिटी की समस्याओं में अच्छा आराम देता है।
  • इसमें प्राकृतिक रूप से आयरन की मात्रा ज़्यादा होती है, इसलिए ये एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है।
  • इसमें सोडियम कम होता है, इसलिए हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए ये सामान्य नमक से थोड़ा सुरक्षित हो सकता है।
  • इसे पारंपरिक रूप से गले और फेफड़ों की समस्याओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • काला नमक खाने के नुकसान
  • लंबे समय तक ज़्यादा सेवन करने से शरीर में सोडियम असंतुलन हो सकता है।
  • किडनी के मरीज़ों को इसे सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए, वरना ये नुकसान पहुंचा सकता है।

सेंधा नमक और काला नमक में कौन बेहतर ?

सेंधा नमक और काला नमक, दोनों ही अपने-अपने तरीके से उपयोगी हैं और सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। अगर आप शरीर में मिनरल बैलेंस बनाए रखना चाहते हैं और शुद्ध नमक ढूंढ रहे हैं, तो हिमालयन पिंक सॉल्ट अच्छा विकल्प है। वहीं अगर आपको पाचन संबंधी समस्याएं हैं और आयरन की ज़रूरत है, तो काला नमक ज़्यादा फायदेमंद है। लेकिन कौन सा नमक आपके लिए ज़्यादा सही है, ये आपकी शारीरिक स्थिति, सेहत की ज़रूरतों और खानपान पर निर्भर करता है। सबसे ज़रूरी बात ये है कि किसी भी तरह का नमक सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए, क्योंकि ज़्यादा मात्रा शरीर के लिए नुकसानदेह होती है।