Benefits of cycling: साइकलिंग बच्चों की हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है। यह न सिर्फ उनकी फिजिकल फिटनेस बढ़ाती है बल्कि बैलेंसिंग, कॉन्फिडेंस और फोकस में भी सुधार करती है।
Benefits of cycling for kids: साइकलिंग न सिर्फ बच्चों नहीं बल्कि हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद होती है। अगर आपका बच्चा रोजाना घर के अंदर बैठकर वीडियो गेम या मोबाइल देखता है तो आप उसे बाहर निकाले और साइकलिंग कराएं। साइकलिंग से बच्चों को कई सारे हेल्थ बेनिफिट्स पहुंचते हैं। उनकी फिजिकल, कॉग्निटिव और सोशल एक्टिविटी में फर्क पड़ता है। साइकिलिंग बच्चे एंजॉय करते हैं और ओवरऑल हेल्थ को भी फायदा पहुंचता है। आईए जानते हैं बच्चों को साइकिलिंग करने से क्या लाभ पहुंचाते हैं।
साइकलिंग से बच्चों की कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ होती है बेहतर
साइकिलिंग करने से बच्चों की कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ बेहतर होती है। इससे हार्ट और लंग्स को स्ट्रैंथ मिलती है और फिटनेस आती है।
साइकलिंग से मसल्स डेवलपमेंट
अगर बच्चा रोजाना साइकलिंग करता है तो मसल्स का भी डेवलपमेंट होता है, इस कारण से बच्चों के पैरों को मजबूती मिलती है। साइकिलिंग बच्चों की हड्डियां मजबूत करने में भी मदद करता है।
बच्चे सीखते हैं बैलेंसिंग करना
साइकिलिंग करने से बच्चों को बैलेंस करने के बारे में भी जानकारी मिलती है और कोऑर्डिनेशन बेहतर होता है। रोजाना 15 से 20 मिनट तक की गई साइकलिंग भी शरीर को लाभ पहुंचती है।
वेट लॉस में मदद करती है साइकलिंग
जिन बच्चों का वजन अधिक होता है, उन्हें भी रोजाना साइकलिंग करनी चाहिए। साइकिलिंग करने से मोटापे का खतरा घट जाता है साथ ही बच्चों का स्टैमिना भी बढ़ता है, जिससे कि वह अन्य फिजिकल एक्टिविटी को भी एंजॉय करते हैं।
सायकलिंग के मेंटल बेनिफिट्स
साइकिलिंग करने से बच्चों को न सिर्फ फिजिकल बेनिफिट्स मिलते हैं बल्कि मानसिक लाभ भी पहुंचता हैं। रोजाना साइकिलिंग करने से बच्चों में फोकस करने की क्षमता बढ़ती है और साथ ही मेमोरी भी शार्प होती है। भले आपने आज तक ना सुना हो लेकिन बच्चों को भी स्ट्रेस हो सकता है। अगर बच्चे साइकलिंग करते हैं तो यह स्ट्रेस रिलीवर का काम करता है और उन्हें बेहतर महसूस होता है।
जिन बच्चों के अंदर कॉन्फिडेंस की कमी होती है उन्हें भी रोजाना साइकलिंग करनी चाहिए। इससे वह खुद का कॉन्फिडेंस बढ़ा सकते हैं। अगर बच्चे को साइकलिंग नहीं आती है तो आप रोजाना उसकी साइकिल पर प्रेक्टिस कराएं। कुछ ही समय बाद बच्चा साइकलिंग को एंजॉय करने लगेगा।