कौन थे डायरेक्टर पार्थो घोष, बर्थडे के अगले दिन हुआ जिनका निधन?
दिग्गज फिल्ममेकर पार्थो घोष का निधन हो गया है। उनके निधन से फिल्म इंडस्ट्री सदमे में है। वे 75 साल के थे। सोमवार (9 जून) को दिल का दौरान पड़ने से उनका हुआ। जानिए पार्थो घोष कौन थे और उन्होंने कौन-कौन सी फिल्मों का डायरेक्शन किया था।
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पार्थो घोष का जन्म 8 जून 1949 को कोलकाता में हुआ था। निधन से एक दिन पहले ही उन्होंने अपना 76वां जन्मदिन मनाया था। पार्थो को बॉलीवुड के साथ-साथ बंगाली फिल्मों के डायरेक्शन के लिए भी जाना जाता था।
पार्थो घोष ने 1985 में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। 1991 में उन्होंने डायरेक्शन में कदम रखा। बतौर डायरेक्टर उनकी पहली फिल्म '100 डेज' थी। इस साइकोलॉजिकल फिल्म में जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित, मुनमुन सेन और जावेद जाफरी जैसे कलाकार नज़र आए थे। यह फिल्म 1984 में रिलीज हुई तमिल फिल्म Nooravathu Naal की रीमेक थी।
1992 में पार्थो घोष ने अविनाश वधावन और दिव्या भारती को लीड रोल में लेकर 'गीत' बनाई। 1993 में मिथुन चक्रवर्ती को पहली बार लीड रोल में लेकर उन्होंने फिल्म 'दलाल' बनाई और फिर उन्हें लेकर उन्होंने 1994 में 'तीसरा कौन', 1997 में 'जीवन युद्ध' और 2010 में 'रहमत अली' का निर्देशन किया।
मिथुन चक्रवर्ती के अलावा नाना पाटेकर के साथ भी पार्थो घोष ने सबसे ज्यादा फ़िल्में की। 1996 में आई 'अग्नि साक्षी' दोनों की साथ में पहली फिल्म थी। इसके बाद नाना ने पार्थों के निर्देशन में 'गुलाम-ए-मुस्तफा' (1997) और 'युगपुरुष' (1998) में काम किया।
पार्थों घोष ने 27 साल के करियर में लगभग 16 फिल्मों का निर्देशन किया था, जिनमें ऋषि कपूर स्टारर 'कौन सच्चा कौन झूठा' (1997), अतुल अग्निहोत्री स्टारर 'खोटे सिक्के' (1998), सुनील शेट्टी स्टारर 'मसीहा' (2002) भी शामिल है। बताया जाता है कि वे 'अग्नि साक्षी' और 'दलाल' के सीक्वल पर काम कर रहे थे। लेकिन ये दोनों फ़िल्में कभी फ्लोर पर नहीं आ सकीं।