सार

शिल्पा शेट्टी ने मदर्स डे पर बताया कैसे वो बच्चों और काम के बीच संतुलन बनाती हैं। उनकी टीम में ज्यादातर महिलाएं हैं जो उनकी व्यस्तता को समझती हैं।

Shilpa Shetty On Mothers Day : बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी हैप्पी मैरिड लाइफ बिता रही हैं। फिल्मों में तो नहीं लेकिन वे अब रियलिटी शो, प्रमोशनल इवेंट में नजर आती हैं। मदर्स डे के मौके पर शिल्पा ने बताया कि 2012 में अपने बेटे को जन्म देने के बाद उनमें “360 डिग्री” का चेंज आया, जो उनका पहला बच्चा है, जो 21 मई को टीनएज हो गया है, “मेरे पास लगभग 20-21 ब्रांड हैं, मुझे इवेंट के लिए यहां-वहां जाना पड़ता है। मैं कई हेल्थ प्रोग्राम में भी शिरकत करती हूं। उनमें बहुत टाइम चला जाता है। हर चीज़ पर थोड़ा फोकस करने की ज़रूरत होती है। मैं कोशिश करती हूं कि महीने भर का आउटडोर प्रोजेक्ट न करूं, लेकिन अगर मैं करती हूं, तो मेरे बच्चे वीकेंड पर आ जाते हैं। मेरी बेटी 5 साल की है, मेरा बेटा भी बड़ा हो रहा है। वह अभी भी मुझ पर उतना डिपेंड नहीं है, लेकिन मेरी बेटी मुझे मिस करती है। एक मां के रूप में मुझे इस बारे में अलर्ट रहना पड़ता है।”

शिल्पा शेट्टी को मदर्स डे पर इस चीज का इंतजार

आज मदर्स डे पर, शिल्पा शेट्टी समीषा के हाथ से बने कार्ड और वियान के दिल को मैसेज का इंतजार कर रही हैं। शिल्पा ने कहा, “मुझे एक्ट्रेस से ज्यादा बेहतर मां बनना पसंद है!” उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए समझाया कि “यह ऐसा है जैसे आपका दिल आपके शरीर के बाहर होता है जब आपका पहला बच्चा होता है। मैंने काम से सीखा, जैसे मैंने तब किया जब मैं एक एक्टर बनी थी। मैं सबसे अच्छी एक्ट्रेस नहीं हो सकती, लेकिन मैं बहुत मेहनत करती हूं। मैंने काम पर सीखा है। लेकिन मुझे याद है कि मेरा बेटा ढाई साल का था और बीमार हो गया, मैंने सब कुछ छोड़ दिया- और हर कोई ये बात समझ गया। अब हर कोई वर्किंग मदर होने के खतरों को समझती हैं। अब कम से कम लोगों को कई अपनी फील्ड में maternity leave मिल रही है। लेकिन हमारी इंडस्ट्री में, यदि आप काम नहीं करते हैं, तो आपको पेमेंट नहीं मिलता है। मैंने वियान के जन्म के बाद मुश्किल से सात साल ही काम किया है।

शिल्पा की कंपनी में महिलाओं को प्राथमिकता

शिल्पा शेट्टी इस समय अपने नए रेस्टोरेंट के लॉन्चिंग में विजी हैं। ये पूरी तरह से उडुपी खाने पर बेस्ड होगा। आज मदर्स डे के मौके पर उन्होंने साफ किया है, "मेरे लिए यह बहुत क्लियर है- मेडनेस के पीछे भी एक तरीका है। मेरी टीम में 95 प्रतिशत महिलाएं हैं, वे सभी समझती हैं कि मेरे शेड्यूल के हिसाब से कैसे काम करना है और यह फिक्स करना है कि मैं अपने बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम एक्सपेंड कर सकूं। इससे न तो मेरे बच्चों और न ही मेरे काम पर कोई असर पड़ता है।"