Film Maa Review: काजोल की मोस्ट अवेटेड फिल्म मां शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। विशाल फुरिया के डायरेक्शन और अजय देवगन प्रोडक्शन हाउस के बैनल तले बनी फिल्म एक माइथोलॉजिकल हॉरर मूवी है। पढ़ते हैं इसका रिव्यू...
Kajol Film Maa Review: काजोल की माइथोलॉजिकल हॉरर फिल्म मां (Maa) शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज है। बताया जा रहा है कि 2024 में आई अजय देवगन की फिल्म शैतान का ये स्पिन ऑफ है। वैसे, पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि हॉरर फिल्में बनाने की होड़ लगी हुई। स्त्री फिर शैतान और अब मां। अजय के शैतान यूनिवर्स की फिल्म मां में काफी कुछ नया दिखाने की कोशिश की गई है। फिल्म में काजोल ने अपनी शानदार और दमदार परफॉर्मेंस से सबका दिल जीत लिया है। आइए, पढ़ते हैं हिंदी में फिल्म का रिव्यू...
क्या है काजोल की फिल्म की मां की कहानी
काजोल की फिल्म मां की कहानी पश्चिम बंगाल में चंद्रपुर नाम की एक जगह से जुड़ी है। ये एक ऐसी जगह है जहां परिवार में लड़की के पैदा होते ही उसकी बलि दे दी जाती है। इसमें दिखाया कि चंद्रपुर कुरीतियों का शिकार है। यहां का एक परिवार अंबिका (काजोल) और शुभांकर (इंद्रनील सेनगुप्ता) अपनी बेटी श्वेता (खेरिन शर्मा) के साथ पिछड़ी सोच वाले इस गांव से दूर रहता है। लेकिन कहानी में तब ट्विस्ट आता है, जब किसी वजह से अंबिका की अपनी बेटी के साथ इसी गांव में लौटना पड़ता है। सालों बाद जब परिवार की बहू काजोल अपनी बेटी के साथ यहां आती हैं तो एक राक्षस उसे और गांव की दूसरी लड़कियों को गायब करता है। इसके बाद शुरू होती है एक मां की लड़ाई। क्या वो अपनी बेटी और दूसरी लड़कियों को राक्षस से बचा पाती है, कैसे उस राक्षस तक पहुंचती है, उसे किस मुश्किल दौर से गुजरना पड़ना है, ये फिल्म देखने के बाद भी पता चलेगा।
कैसी है काजोल की फिल्म और कलाकारों की एक्टिंग
काजोल की फिल्म मां अच्छी है और इसकी कहानी भी देखने वालों को बांधे रखती है। कहानी में कई ट्विस्ट एंड टर्न आते हैं, जिसे देखने के बाद आगे की कहानी जानने की उत्सुकता बढ़ती है। फिल्म में वीएफएक्स का शानदार तरीके से यूज किया गया है। फिल्म हॉरर जोन की है और काफी हद तक मेकर्स इसमें कामयाब हुए है। बात फिल्म के कलाकारों की एक्टिंग की करें तो काजोल ने मां के रोल में अपनी पूरी जान डाल दी। वे बहुत ही कमाल लगी है। अपनी बेटी को बचाने के लिए एक मां किस हद तक जा सकती है, ये काजोल ने अपनी अदाकारी से दिखाया है। काजोल के इमोशन्स और एक्शन दोनों ही बहुत शानदार है। काजोल के पति के किरदार में इंद्रनील सेनगुप्ता ठीक-ठाक लगे। वहीं, रॉनित रॉय फिल्म में लीड विलेन है और उन्होंने भी शानदार अभिनय किया है। खेरिन शर्मा ने काजोल की बेटी का रोल बखूबी निभाया है।
फिल्म का डायरेक्शन और म्यूजिक
काजोल की फिल्म मां की कहानी अजित जगताप, आमिल कीयान खान, सैविन क्वाड्रास ने मिलकर लिखी। फिल्म देखने के बाद हर कोई लेखन की तारीफ कर रहा हैं। बात विशाल फुरिया के डायरेक्शन की करें तो इसमें हॉरर पार्ट और डालने की जरूरत थी। फिल्म में कुछ चीजें थोड़ी अजीब लगी और डायरेक्शन में थोड़ी कमी भी रही, जिसे कोशिश कर और बेहतर बनाया जा सकता था। फिल्म की संगीत भी ठीकठाक है। वैसे, कुल मिलाकर फिल्म अच्छी है और इसे एक बार देखा जा सकता है।