सार
गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा की मानें तो उन्हें अपने पति को घर पर खाली बैठे देखना बुरा लगता है। उन्होंने एक हालिया इंटरव्यू में यह बात की और गोविंदा की उम्र के अन्य एक्टर्स का उदाहरण दिया, जो अब भी काम कर रहे हैं। उन्होंने यह उम्मीद जताई है कि जल्दी ही गोविंदा बड़े पर्दे पर वापसी करेंगे। साथ ही यह दावा भी किया कि वे OTT पर मिल रहे ऑफर्स ठुकरा रहे हैं। ज़ूम से बातचीत में सुनीता ने कहा, 'मैं हमेशा गोविंदा से कहती हूं कि आप लीजेंड स्टार हो। आप 1990 के दशक के राजा थे। आज के बच्चे आपके गानों पर नाचते हैं। उन्हें अच्छी कंपनी के लिए कहती रहती हूं। आपके जैसा लीजेंड घर पर क्यों बैठे? अनिल कपूर, सुनील शेट्टी और जैकी श्रॉफ जैसे आपकी उम्र के एक्टर अच्छा-खासा काम कर रहे हैं। आप काम क्यों नहीं करते? हम गोविंदा को फिल्मों में देखना मिस करते हैं।"
गोविंदा के बच्चे उन्हें पर्दे पर देखने को मरे जा रहे
बकौल सुनीता, "मेरे बच्चे उन्हें पर्दे पर देखने को मरे जा रहे हैं। आप जिन लोगों के साथ घूम रहे हो, वो यह नहीं बता रहे कि क्या सही है। बस हां में हां मिलाते हैं। उनका इरादा अच्छा नहीं है। मैं उन तथाकथित दोस्तों से कहना चाहती हूं कि गोविंदा ने आर्थिक रूप से भी तुम्हारी मदद की, तुम उन्हें सही रास्ता क्यों नहीं दिखाते।"
गोविंदा को वक्त के साथ बदलना मंजूर नहीं : सुनीता
सुनीता ने गोविंदा की फ़िल्में फ्लॉप होने की पीछे की वजह बताई और कहा कि बदलते वक्त को मंजूर नहीं कर रहे हैं और 1990 के दशक में ही फंसे हुए हैं, जब उनकी ज्यादातर फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट होती थीं। वे कहती हैं, "90 का दशक चला गया। यह 2025 है। 90s के स्टाइल की मूवी कोई नहीं देख रहा है। उसकी जिंदगी बर्बाद क्यों कर रहे हो दो कौड़ी की पैसों के लिए? उन्हें वजन कम करने या हैंडसम दिखने को कहें। हमें बुरा लगता है कि इतना दिग्गज एक्टर घर बैठा है। फिल्म इंडस्ट्री में एक्टर्स को अपनी वाहवाही सुनना अच्छा लगता है। वे सच नहीं सुनना चाहते। 90s में वाह-वाही थी। गोविंदा जैसा कोई एक्टर नहीं है। लेकिन उन्हें अच्छी फ़िल्में करनी होंगी और अच्छे डायरेक्टर चुनने होंगे। वे वहां मात खा रहे हैं।
सुनीता ने बंद किया गोविंदा का काम मैनेज करना
सुनीता ने इस बातचीत में बताया कि उन्होंने अब गोविंदा के काम को मैनेज करना बन बंद कर दिया ह, क्योंकि वे उनकी सलाह नहीं मानते। सुनीता कहती हैं, "मैं कुछ साल पहले तक गोविंदा का काम मैनेज करती थी। मैंने उन्हें OTT पर काम करने की सलाह दी। वहां अच्छे विषय थे। लेकिन उन्होंने मना कर दिया। मैंने उनसे कहा था कि 4-5 साल बाद लोग सिर्फ OTT देखेंगे।मैं खुद भी फैन हूं। मैं भी हर दिन दूसरी भाषा की एक फिल्म वहां देखती हूं। लेकिन वे कहते हैं कि वे सिर्फ बड़े पर्दे पर फिल्म करना चाहते हैं। मैं अब उनका काम मैनेज नहीं करती। 38 साल तेरे को झेल लिया। तू सुनता तो है नहीं। अब जिनकी सुन रहा है, उनसे भी करा के देख ले क्या कर सकते हैं।"