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वो फिल्म, जिसे नहीं मिल रहे थे खरीददार, फिर सलमान खान ने छोटा सा रोल कर करा दी हिट
बागबान फिल्म के निर्माण से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा सामने आया है। फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटर इसे लेने को तैयार नहीं थे, लेकिन सलमान खान की एंट्री ने इसे बचा लिया।
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टीवी पर 'महाभारत' जैसा ब्लॉकबस्टर शो देने वाले निर्माता बी. आर. चोपड़ा की की आज (22 अप्रैल) 111वीं बर्थ एनिवर्सरी है। 22 अप्रैल 1914 को मुंबई में पैदा हुए बलदेव राज चोपड़ा ने कई शानदार फ़िल्में भी बनाई थीं। लेकिन उनकी एक फिल्म ऐसी भी है, जो सलमान खान की एंट्री के बाद बिक पाई थी।
हम जिस फिल्म की बात कर रहे हैं, उसका टाइटल है 'बागबान', जो 2003 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म का निर्देशन बी. आर. चोपड़ा के बेटे रवि चोपड़ा ने किया था, जबकि खुद इस फिल्म के निर्माता थे।
डायरेक्टर रवि चोपड़ा की पत्नी रेणु चोपड़ा ने एक बातचीत के दौरान 'बागबान' के बारे में बात की थी। उन्होंने पिंकविला से बातचीत के दौरान बताया था कि 'बागबान' में सलमान खान की एंट्री कैसे हुई थी।
बकौल रेणु, "बागबान बनकर तैयार हो गई। लेकिन कोई डिस्ट्रीब्यूटर इसे लेने को तैयार नहीं था। उन्होंने कहा कि बहुत ओल्ड फैशंड फिल्म है। उन दिनों में अमित जी (अमिताभ बच्चन) भी चल नहीं रहे थे। डिस्ट्रीब्यूटर्स ने कहा कि कोई इस फिल्म को हाथ नहीं लगाएगा।"
रेणु ने आगे कहा, "फिर किसी ने रवि को कहा कि आप सलमान खान को फिल्म में गेस्ट अपीयरेंस में ले लो। रवि सलमान को जानते थे। लेकिन वैसे नहीं जानते थे, जैसे अब हम उन्हें जानते हैं। सलमान रवि को फिल्ममेकर के तौर पर और रवि सलमान को बड़े एक्टर के तौर पर जानते थे।"
रेणु बताती हैं, "तो रवि जी उनको मिलने गए। सलमान ने कहा मेरे घर आ जाओ। रवि जी उनके घर गए। दो कमरे का घर तो घर है उस बेचारे का। नीचे एक ड्राइंग रूम है। वे बेहद ही साधारण इंसान हैं। जिम घर में ही है। रवि उनका इंतज़ार कर रहे थे। तभी एक भाई, निकला जिसने कमीज़ नहीं पहनी थी। दूसरा भाई निकला, उसके भी मसल्स थे। उसने भी शर्ट नहीं पहनी थी। तो रवि जी कहते हैं कि मुझे एकदम से ऐसा लगा कि मैं कुछ ज्यादा कपड़े पहनकर आ गया हूं।"
बकौल रेणु, "फिर शॉर्ट पहने हुए सलमान आए। उन्होंने बस अपना रोल सुना और बोले यह लड़का मुझे पसंद आया। क्योंकि अपने पैरेंट्स के साथ मेरा कॉन्सेप्ट बिल्कुल ऐसा ही है। मैं उनकी पूजा करता हूं। मैं रोल करूंगा। उन्होंने किसी और चीज के बारे में कुछ नहीं पूछा कि आप क्या देंगे क्या नहीं देंगे? बस यह बोले कि मुझे रोल पसंद है, मैं करूंगा। आप बताइए कहां पहुंचना है।"
रेणु चोपड़ा की मानें तो 'बागबान' बी. आर. चोपड़ा ने रिलीज से 20 साल पहले लिखी थी और जब भी वो बनाने का सोचते तो लोग उन्हें ऐसा करने से रोकते थे। 'महाभारत' के शूट के दौरान एक बार जब बी. आर. चोपड़ा इसकी कहानी किसी को सुना रहे थे, तब रवि चोपड़ा ने पीछे बैठकर यह कहानी सुनी और रो पड़े। उन्होंने अपने पिता के सामने यह फिल्म बनाने की इच्छा जाहिर की। बी. आर. चोपड़ा ने उन्हें काफी समझाया कि वे यह फिल्म ना बनाएं। क्योंकि इसी जैसी कहानी पर 'अवतार' और 'जिंदगी' जैसी फ़िल्में बन चुकी हैं। लेकिन रवि चोपड़ा ने 'बागबान' की कहानी में बूढ़े कपल की लव स्टोरी देखी और इसे बनाने की जिद पर अड़े रहे।
रेणु चोपड़ा की मानें तो 'बागबान' पहले चार दिन चली ही नहीं थी। लेकिन बाद में यह फिल्म ऐसी चली कि बॉक्स ऑफिस पर हिट हो गई। बॉक्स ऑफिस इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, यह फिल्म 10 करोड़ रुपए में बनी थी। जबकि भारत में इस फिल्म की कमाई नेट 20.65 करोड़ रुपए और वर्ल्डवाइड इसका कलेक्शन ग्रॉस 43.11 करोड़ रुपए रहा था।