टैल्ब्रोस ऑटोमोटिव को ₹580 करोड़ का बड़ा ऑर्डर मिला, जिससे शेयर 5 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। कंपनी और उसके ज्वाइंट वेंचर को गास्केट, हीट शील्ड और चेसिस कंपोनेंट बनाने का ऑर्डर मिला है।

Talbros Automotive Stock: ऑटोमोबाइल के स्पेयर पार्ट्स बनाने वाली कंपनी टैल्ब्रोस ऑटोमोटिव के शेयर में बुधवार 11 जून को तूफानी तेजी देखने को मिली। कारोबार के दौरान एक समय स्टॉक 8.3% उछाल के साथ 323 रुपए के इंट्रा-डे हाई तक पहुंच गया था। हालांकि, बाद में मुनाफावसूली के चलते ये 2.39% तेजी के साथ 306 रुपए पर क्लोज हुआ। बता दें कि बुधवार को शेयर में आई तेजी की वजह से ये स्टॉक अपने 5 महीने के हाइएस्ट लेवल पर पहुंच गया।

क्यों रॉकेट बना Talbros Automotive का शेयर

टैल्ब्रोस ऑटोमोटिव के स्टॉक में तेजी की सबसे बड़ी वजह कंपनी और इसके ज्वॉइंट वेंचर्स को मिला 580 करोड़ रुपये का ऑर्डर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी को गास्केट और हीट शील्ड प्रोडक्ट्स के साथ ही फोर्जिंग प्रोडक्ट्स बनाने के लिए 260 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। इसके अलावा कंपनी के ज्वॉइंट वेंचर मारेली टैल्ब्रोस चेसिस सिस्टम्स को चेसिस कंपोनेंट बनाने के लिए 290 करोड़ रुपये का ऑर्डर हासिल हुआ है। इस खबर के बाद तो इसका स्टॉक रॉकेट बन गया। बता दें कि इसके पहले अप्रैल 2024 में भी कंपनी को यूरोपीय ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर से करीब 1,000 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला था, जिसे 8 साल में पूरा करना है।

एक साल में 200 से 395 की रेंज में रहा स्टॉक

Talbros Automotive के शेयर का 52 हफ्तों का हाइएस्ट लेवल 395.80 रुपए है। वहीं, एक साल के निचले स्तर की बात करें तो ये 200.20 रुपए तक टूट चुका है। 11 जून 2025 को कंपनी का कुल मार्केट कैप 1888 करोड़ रुपए है। वहीं, इसके शेयर की फेसवैल्यू 2 रुपए है।

5 साल में दिया 1450% का रिटर्न

Talbros Automotive के स्टॉक ने पिछले 5 सालों में करीब 1450% का रिटर्न दिया है। वित्त वर्ष 2024-2025 की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 46.60% घटकर 26.58 करोड़ रुपये रहा। वहीं, पिछले साल की समान तिमाही के दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 49.78 करोड़ रुपये था। फाइनेंशियल ईयर 2025 की चौथी तिमाही के दौरान ऑपरेशन से रेवेन्यू 1.57% बढ़कर 205.86 करोड़ रुपये पहुंच गया।

टैल्ब्रोस के क्लाइंट में ये बड़े नाम

टैल्ब्रोस एक डायवर्सिफाइड ऑटो कंपोनेंट प्रोड्यूसर कंपनी है, जिसकी मौजूदगी विभिन्न ऑटोमोबाइल कैटेगरी में है। इनमें पैसेंजर व्हीकल, कमर्शियल व्हीकल, टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर, एग्रीकल्चर मशीनरी और इंडस्ट्रियल इक्विपमेंट्स शामिल हैं। इसके प्रमुख क्लाइंट्स में बजाज ऑटो, टाटा कमिंस, वोल्वो आयशर इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी, सुजुकी, TAFE, अशोक लीलैंड, एस्कॉर्ट्स ग्रुप, फोर्स मोटर्स, हीरो मोटोकॉर्प, होंडा, हुंडई, जॉन डीयर, डेमलर इंडिया, टाटा मोटर्स, सिम्पसन्स, कैरारो, डाना, मुसाशी, स्पाइसर और जीई शामिल हैं।