शेयर बाजार में ईरान-इजराइल युद्धविराम की खबर से उछाल आया, सेंसेक्स 83000 के पार गया । लेकिन बाद में तनाव बढ़ने से बाजार ने सारी तेजी गंवा दी। जानें, क्या है इसके पीछे की वजह?
Stock Market Updates: 24 जून को ईरान-इजराइल में सीजफायर की खबर के बाद बाजार को मानो पंख लग गए। बीएसई सेंसेक्स 1100 प्वाइंट तक उछलकर 83000 के पार पहुंच गया। हालांकि, ये बढ़त ज्यादा देर कायम नहीं रही और 3 बजे तक बाजार शुरुआती तेजी गंवाते हुए ऊपरी स्तर से करीब 1000 प्वाइंट लुढ़क गया। इसके अलावा निफ्टी भी एक समय 300 अंकों की तेजी थी, लेकिन अब ये महज 60 प्वाइंट तेजी के साथ 25039 के लेवल पर है। जानते हैं शेयर बाजार में तेजी और फिर गिरावट की क्या है वजह?
1- ईरान-इजराइल में सीजफायर को लेकर असमंजस
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भले ही सीजफायर करवा दिया लेकिन उनकी अपील के बाद भी ईरान-इजराइल के बीच युद्धविराम को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने इजराइल पर बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया, जिसके जवाब में इजराइल ने भी कहा कि वो ईरान को नहीं छोड़ेगा। इस तरह के हालात के बाद बाजार ने अपनी सारी शुरुआती बढ़त गंवा दी।
2- तनातनी की खबरों के बीच फिसला बाजार
ईरान-इजराइल में सीजफायर के बाद दोनों देशों में तनातनी की खबरें अब भी आ रही हैं। इसके चलते सेंसेक्स-निफ्टी ने अपनी सारी तेजी गंवा दी। निवेशकों ने हाई वैल्यूएशन वाले शेयरों में मुनाफावसूली को ही मुनासिब समझा, जिससे जमकर बिकवाली देखी गई।
3- डिफेंस शेयरों में हुई जमकर मुनाफावसूली
सोमवार 23 जून को डिफेंस स्टॉक में 3 से लेकर 10 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली। हालांकि, ये तेजी मंगलवार को बरकरार नहीं रह सकी और निवेशकों ने डिफेंस के शेयरों में जमकर मुनाफावसूली की। इससे निफ्टी डिफेंस इंडेक्स में प्रेशर देखा गया।
4- कच्चे तेल की कीमतें
ईरान-इजराइल में सीजफायर की खबर के बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दिखी, जिससे शेयर बाजार को ऊपर जाने में सपोर्ट मिला। क्रूड की कीमत 68 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गईं, जिससे स्टॉक मार्केट में एक तेज मोमेंट देखने को मिला। हालांकि, सीजफायर पर अब भी स्थिति साफ न होने की वजह से बाजार रिवर्स मोड में आता गया।
(Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश तमाम जोखिमों के अधीन है। किसी भी स्टॉक में निवेश से पहले किसी अच्छे एक्सपर्ट की राय जरूर लें)