2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस बजट के लोकलुभावन होने की उम्मीद है। नौकरीपेशा लोगों को उम्मीद है कि वित्त मंत्री आयकर सीमा को बढ़ा सकती हैं। आयकरदाताओं को बजट 2023 से बहुत सी रियायतें मिलने की उम्मीदें हैं।
सीनियर सिटीजन (वरिष्ठ नागरिक) अगर फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसा लगाना चाहते हैं, तो कई बैंक आकर्षक ब्याज दे रहे हैं। इनमें सरकारी और प्राइवेट दोनों बैंक हैं। कुछ बैंक तो 8% और उससे ज्यादा ब्याज दर भी ऑफर कर रहे हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह मोदी सरकार का अंतिम बजट होगा। वैसे, जब भी बजट की बात होती है, तो हलवा सेरेमनी (Halwa Ceremony) का जिक्र जरूर आता है। आखिर क्या है हलवा सेरेमनी?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। बजट से पहले शेयर बाजार पर भी दबाव दिख रहा है। बुधवार को भी सेंसेक्स में 773 और निफ्टी में 226 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। ऐसे में बजट के बाद बाजार का क्या रुख होगा, आइए जानते हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। इस बार भी बजट से आम लोगों को काफी उम्मीदे हैं। खासकर इनकम टैक्स में छूट के साथ ही रोजगार के नए अवसरों को लेकर आम आदमी उम्मीद लगाए बैठा है।
Budget 2023: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहली फरवरी को बजट पेश करेंगी। केंद्रीय बजट से हर वर्ग को राहत की उम्मीद है। मिडिल क्लास को बजट से सबसे अधिक उम्मीद है।
Tax Optimization यानी कर अनुकूलन। मतलब टैक्स की कटौती से बचने के लिए उसके लिए पूरी प्लानिंग तैयार करना। यह सिर्फ फाइनेंशियल ईयर एंड में करने वाला काम नहीं है। अगर आपने टैक्स प्लानिंग शुरु नहीं की है तो अभी प्लान कर लें।
अगर आप कर्मचारी भविष्य निधि यानी EPF के सदस्य हैं तो यह खबर आपके लिए है। दरअसल, ईपीएफ मेंबर्स अगर अपने अकाउंट से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना या किसी तरह की शिकायत करना चाहते हैं, तो आई शिकायत प्रबंधन प्रणाली का उपयोग करके शिकायत कर सकते हैं।
अफगानिस्तान में तालिबान का राज है। ऐसे में यहां महिलाओं को लेकर तालिबान सरकार लगातार ऐसे फैसले ले रही है, जो पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गई है। तालिबान पढ़ाई, जिम जाने, पब्लिक पार्क या अम्यूजमेंट पार्क को लेकर महिलाओं पर रोक है…
बजट 2023 'मोदी सरकार 2.0' का आखिरी पूर्ण बजट होगा। भारत को अगर अगले एक दशक तक दो अंकों की जीडीपी ग्रोथ चाहिए तो बजट में कुछ खास कदम उठाने होंगे। पढ़ें बार्कलेज में इंडिपेंडेंट वैलिडेशन यूनिट (मॉडल रिस्क) के वाइस प्रेसिडेंट शिशु रंजन का लेख।