अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg) आने के बाद अडाणी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में भूचाल आ गया है। यहां तक कि उनकी कंपनियों के शेयर इतनी तेजी से नीचे आ रहे हैं कि अडाणी अब अमीरों की लिस्ट में टॉप-20 से भी बाहर हो चुके हैं।
अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर मचे बवाल के बाद उनकी कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट जारी है। इतना ही नहीं, दुनिया के टॉप-10 अमीरों की सूची से भी अडाणी बाहर हो चुके हैं। अडाणी की फैमिली में पत्नी के अलावा दो बेटे, बहू और एक पोती है।
30 सितंबर, 2022 तक LIC द्वारा कुल प्रबंधन तहत संपत्ति 41.66 लाख करोड़ रुपए से अधिक है। इसलिए भारतीय जीवन बीमा निगम का अडानी समूह में निवेश कुल एयूएम की बुक वैल्यू का 0.975% है।
अडानी ग्रुप के चैयरमेन गौतम अडानी ने पूरी तरह से FPO को रद्द करने का फैसला लिया है। अब उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया। इसमें वह FPO वापस लेने से जुड़ी बातें शेयर कर रहे हैं।
हिंडनबर्ग रिसर्च की विवादास्पद रिपोर्ट को फर्जी करार देने के बावजूद ग्रुप ने एक बड़ा फैसला करके सबको चौंका दिया है। अडानी ग्रुप ने अपनी फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपये के FPO को वापस ले लिया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आम बजट को बेहद खास बताते हुए ट्वीट किया, "वित्त मंत्री @nsitharaman जी ने आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का बजट पेश किया। दुनिया को इसका स्वागत करने की 10 बड़ी वजह बताई हैं।"
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में नए टैक्स रिजीम के तहत 7 लाख तक की इनकम को टैक्स फ्री कर दिया। लेकिन लोग अब भी इस गफलत में हैं, कि उनके लिए नए या पुराने में से कौन-सा टैक्स सिस्टम ज्यादा फायदेमंद रहेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्स भरने वाले लोगों को इनकम टैक्स में राहत तो दी है, लेकिन इस टैक्स छूट का फायदा सिर्फ उन लोगों को ही मिलेगा, जो वित्त वर्ष 2023-24 में नया टैक्स रिजीम चुनेंगे। जानते हैं नए और पुराने टैक्स रिजीम की कैल्कुलेशन।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बजट (Budget 2023-24) संसद में पेश किया। उन्होंने कहा कि करीब 9 साल में भारत में प्रति व्यक्ति आय दोगुनी (1.97 लाख रुपए) हो गई है।
केंद्रीय बजट में लोकपाल और केंद्रीय सतर्कता आयोग को भी स्थापना व निर्माण संबंधी एक्पेंस के लिए धन दिया गया है।