पीएम किसान सम्मान निधि की 13वीं किस्त का पैसा 27 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के खातों में ट्रांसफर करेंगे। बता दें कि पहली किस्त अप्रैल से जुलाई के बीच, दूसरी किस्त अगस्त से नवंबर के बीच और तीसरी किस्त दिसंबर से मार्च के बीच आती है।
कोरोना महामारी ने न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को हिलाकर रख दिया। हालांकि, मुश्किल दौर में भी भारत ने लॉकडाउन और वैक्सीनेशन ड्राइव के चलते लाखों जिंदगियां बचाईं। साथ ही अर्थव्यवस्था को भी मजबूती दी।
2023 की शुरुआत ही गौतम अडाणी के लिए अच्छी नहीं रही। 24 जनवरी, को अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी ग्रुप के शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई। यहां तक कि अमीरों की लिस्ट में कभी तीसरे नंबर पर रहे अडाणी अब काफी नीचे आ चुके हैं।
पाकिस्तान की तरह ही ब्रिटेन में भी अब सब्जियों और फलों की भारी किल्लत देखी जा रही है। यहां तक कि ब्रिटेन में आलू और टमाटर खरीदने की लिमिट तय कर दी गई है। यानी अब वहां एक आदमी 2 से ज्यादा आलू-टमाटर नहीं खरीद सकता है।
बिडेन ने कहा, ‘जलवायु परिवर्तन सहित हमारे समय की सबसे जरूरी चुनौतियों से निपटने के लिए अजय बंगा के पास सार्वजनिक-निजी संसाधनों को जुटाने का महत्वपूर्ण अनुभव है।’
अमेरिकी हिंडनबर्ग की 24 जनवरी को आई रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप के शेयर एक महीने में 78% तक टूट चुके हैं।
पाकिस्तान में पिछले कुछ महीनों में आर्थिक हालात बद से बदतर हो चुके हैं। इसी बीच, पीएम शहबाज शरीफ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में IMF से होने वाले एग्रीमेंट पर बात की। उन्होंने कहा कि इस एग्रीमेंट के बाद अभी हालात और मुश्किल होंगे।
महंगाई पर काबू पाने के लिए रिजर्व बैंक ने पिछले एक साल के दौरान रेपो रेट में कई बार इजाफा किया है। इसके चलते लोन की EMI में इजाफा हुआ है। हालांकि, रेपो रेट बढ़ने के बाद देशभर के कई बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट यानी FD की ब्याज दरें भी बढ़ाई हैं।
फोर्ब्स ने रियल टाइम बिलिनियर इंडेक्स जारी किया है। इसमें गौतम अडानी की पोजिशन काफी नीचे हो गई है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी होने के बाद से इस तरह की गिरावट देखी जा रही है।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की 24 जनवरी को आई रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप के शहरों में कोहराम मचा हुआ है। तब से अब तक करीब एक महीने होने वाले हैं, लेकिन अडाणी ग्रुप के शेयरों की पिटाई जारी है। एक महीने में अडाणी ग्रुप के शेयर 78% तक टूट चुके हैं।