शेयर बाजार में गिरावट के बीच टॉप 10 में से 8 कंपनियों का मार्केट कैप 1.65 लाख करोड़ रुपये घटा। HDFC Bank और ICICI Bank को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, जबकि TCS और Infosys मुनाफे में रहीं।
Top Companies Market Cap: पिछले हफ्ते शेयर बाजार में गिरावट का माहौल रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स हफ्ते के दौरान 1,070 अंक यानी 1.30% टूटा। वहीं हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी 13 जून को बीएसई सेंसेक्स 573 प्वाइंट, जबकि एनएसई निफ्टी 169 अंक टूटकर बंद हुए। पूरे हफ्ते के दौरान देश की टॉप-10 कंपनियों में से 8 को तगड़ा नुकसान झेलना पड़ा। इन कंपनियों का कुल मार्केट कैप 1.65 लाख करोड़ रुपए कम हो गया।
सबसे ज्यादा नुकसान में रहा HDFC Bank
पिछले हफ्ते शेयर बाजार की गिरावट में सबसे ज्यादा नुकसान एचडीएफसी बैंक को हुआ। इसका मार्केट कैप 47,075.97 करोड़ रुपये घटकर 14,68,777.88 करोड़ रुपये रह गया। इसके अलावा ICICI Bank का मार्केट कैप 30,677.44 करोड़ रुपये घटकर 10,10,375.63 करोड़ रुपये पर आ गया।
अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज को भी तगड़ा झटका
बीते हफ्ते के दौरान मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज को भी तगड़ा नुकसान हुआ। कंपनी की मार्केट वैल्यू 21,516.63 करोड़ रुपये घटकर 19,31,963.46 करोड़ रुपये रह गई। इसके अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के मार्केट कैप में 18,250.85 करोड़ रुपये की गिरावट आई और ये टूटकर 7,07,186.89 करोड़ रुपये पहुंच गया।
एयरटेल और LIC को भी हुआ नुकसान
पिछले हफ्ते जिन कंपनियों को नुकसान हुआ, उनमें हिंदुस्तान यूनिलीवर भी शामिल है। इसका मार्केट कैप 16,388.4 करोड़ रुपये घटकर 5,44,893.71 करोड़ रुपये रह गया। वहीं, भारत की टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल का बाजार पूंजीकरण 15,481.22 करोड़ रुपये लुढ़क कर 10,50,413.33 करोड़ रुपये रह गया। देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी की मार्केट वैल्यू भी 13,693.62 करोड़ रुपये घटकर 5,93,379.66 करोड़ रुपये रह गई। इसके अलावा बजाज फाइनेंस के मार्केट कैप में 2,417.36 करोड़ रुपये की कमी आई और ये 5,80,052.09 करोड़ रुपये पर आ गया।
TCS और इन्फोसिस ही रहीं फायदे में
टॉप-10 में भारत की सिर्फ दो कंपनियां ही मुनाफे में रहीं। इनमें देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का मार्केट कैप 22,215 करोड़ रुपये उछलकर 12,47,190.95 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, दूसरी बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस की मार्केट वैल्यू 15,578 करोड़ रुपये बढ़कर 6,65,318 करोड़ पर पहुंच गई।