कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान की महिला क्रिकेट टीम को 8 विकेट से हरा दिया है। भारतीय महिलाओं ने शानदार गेंदबाजी की और पाकिस्तान की बैटिंग को तहस-नहस करने का काम किया।
जेरेमी जब 6 साल के थे तो उनका सपना अपने पिता की तरह बॉक्सर बनने का था। उन्होंने बॉक्सिंग का प्रशिक्षण भी लेना शुरू कर दिया क्योंकि इनके खुद नेशनल लेवल के बॉक्सर रहे। लेकिन बाद वे वेटलिफ्टिंग की दुनिया में आ गए।
कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) में बिंदियारानी (Bindyarani Devi) ने वेटलिफ्टिंग इवेंट में सिल्वर पदक जीतकर देश को गौरवान्वित करने का काम किया है। बिंदियारानी के परिवार ने भी उनका मैच देखने के लिए दिन भर तैयारियां कीं।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन (Indian Freedom Movement) में देश की वीर महिलाओं ने भी अपने प्राणों की आहुति दी है। कई रानियां भी ऐसी रहीं जिन्होंने ब्रिटिश सेना को घुटनों के बल ला दिया था। इन्हीं में से एक हैं रानी वेलू नचियर।
कर्नाटक के कुंडापुर के रहने वाले गुरूराजा पुजारी (Gururaja Poojary) ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games) में कांस्य पदक जीता है। गुरूराजा पुजारी ने 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भी सिल्वर मेडल जीता था।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में वेटलिफ्टर संकेत महादेव सरगर ने जब प्रतिद्वंदियों को लगभग पीछे छोड़ दिया था, तभी ऐसा वाक्या हुआ, जो सबको हैरान करने वाला रहा। दरअसल, वेट उठाने के दौरान घायल होने के बावजूद संकेत ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया है।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games) में वेटलिफ्टिंग में भारत ने कमाल का प्रदर्शन किया है। मीराबाई चानू ने गोल्ड जीता तो उनके ही नक्शे कदम पर चलने वावी बिंदियारानी ने सिल्वर जीतकर देश को खुश होने का मौका दिया।
वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में गोल्ड जीतकर इतिहास दर्ज किया है। मीराबाई चानू ने देश के करोड़ों लोगों को खुश होने का मौका दिया है। उन्होंने लाखों लड़कियों को कांफिडेंस दिया है कि लड़कियां कुछ भी कर सकती हैं।
Commonwelth Games. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत ने पदक जीतने की शुरूआत कर दी है। पहले दिन अपने मुकाबले जीतने के बाद दूसरे दिन भारत ने कुल 4 मेडल अपने नाम किए। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड पर कब्जा किया। वहीं वेटलिफ्टर बिंदियारानी ने सिल्वर, संकेत सरगर ने सिल्वर पदक जीते हैं। गुरूराजा ने कांस्य पदक जीतकर भारत के पदकों की संख्या 4 पहुंचा दी है। उधर बॉक्सिंग चैंपियन लवलीना ने अपना पहला मुकाबला जीत लिया है। भारत-पाकिस्तान की महिला क्रिकेट टीम भी आज करो या मरो के मुकाबले में एक-दूसरे के आमने-सामने होंगी। कॉमनवेल्थ गेम्स की हर अपडेट के लिए पढ़ें हमारा ब्लॉग...
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान उद्योगपति घनश्याम दास बिड़ला ने बड़ी भूमिका निभाई थी। बिरला ऐसे उद्योगपति थे, जिन्होंने राष्ट्र के लिए तन, मन और धन न्योछावर कर दिए। घनश्याम दास बिरला भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के पोषक की भूमिका में रहे।