अंक ज्योतिष भी एक तरह से ज्योतिष शास्त्र की तरह व्यक्ति के भविष्य के बारे में गणना करता है। अंक ज्योतिष में अंकों की मदद से व्यक्ति के भविष्य के बारे में जानकारी दी जाती है।
जन्म तिथि का हमारे जीवन पर काफी प्रभाव पड़ता है।, जन्म तिथि के जोड़ को मूलांक भी कहा जाता है। अकं ज्योतिष यानी न्यूमरोलॉजी इसी के आधार पर काम करता है।
आज (21 जून, मंगलवार) आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन सूर्योदय पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में होगा, जो सुबह 10 बजे तक रहेगा। इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
आज (20 जून, सोमवार) आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि रहेगी। इस दिन सूर्योदय शतभिषा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 10.40 तक रहेगा। इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
ये जून का चौथा (20 से 26 जून) सप्ताह है। इस सप्ताह में हर राशि के लोगों की लव लाइफ में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। शुक्र का राशि परिवर्तन सभी लोगों की लव लाइफ पर व्यापक असर डालेगा।
टैरो कार्ड एस्ट्रोलॉजी को इजिप्टियन साइंस भी कहा जाता हैं, जिससे वहां के लोग प्राचीन काल से इस्तेमाल करते आ रहे हैं। इसमें व्यक्ति पहले सवाल पूछता हैं और फिर उसें एक कार्ड उठाना होता हैं, जिसे देखकर टैरो कार्ड रीडर भविष्यवाणी करता है।
जून 2022 का चौथा सप्ताह 20 से 26 तक रहेगा। इस दौरान कई बड़े व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। इस सप्ताह आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी का व्रत 24 जून, शुक्रवार को किया जाएगा।
ज्योतिषशास्त्र की तरह अंक ज्योतिष से भी व्यक्ति के भविष्य, स्वभाव और व्यक्तित्व का पता लगता है। जिस तरह हर नाम के अनुसार राशि होती है उसी तरह हर नंबर के अनुसार अंक ज्योतिष में नंबर होते हैं, जिसे मूलांक कहते हैं। मूलांक किसी भी व्यक्ति की जन्म तारीख को जोड़कर निकाला जा सकता है।
अंक ज्योतिष मूलांक से आपके जीवन को प्रभावित करता है। मूलांक आपकी जन्म तिथि होती है। जैसे अगर आप दो तारीख को पैदा हुए तो आपका मूलांक दो होगा, लेकिन अगर आप 18 या 27 को पैदा हुए हैं तो भी आपका मूलांक 9 ही होगा क्योंकि 1 और 8 जोड़ने पर और 2 और 7 को जोड़ने पर 9 ही आता है। इसी तरह सभी मूलांक निकाले जाते हैं।
आज (17 जून, शुक्रवार) आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष का तृतीया तिथि सुबह 06.11 तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन सूर्योदय उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 02.18 तक रहेगा। इसके बाद श्रवण नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।