जिस दिन कोई बच्चा जन्म लेता है, उसी दिन उसका भविष्य भी तय जाता है। भविष्य जानने के लिए कई माध्यमों का उपयोग किया जाता है। उनमें अंक ज्योतिष भी एक है। ये विधा पूरा तरह अंकों पर आधारित है।
आज (13 अक्टूबर, गुरुवार) कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा। गुरुवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने से लुंब और रोहिणी नक्षत्र होने से उत्पात नाम के 2 अशुभ योग इस दिन रहेंगे।
ग्रह-नक्षत्रों की तरह अंक भी हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार, जिस तारीख को व्यक्ति का जन्म होता है, वही तारीख उसके जीवन पर हावी रहती है। उसी से मूलांक, नामांक और भाग्यांक निकाले जाते हैं।
आज (12 अक्टूबर, बुधवार) कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि दिन भर रहेगी। बुधवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और उसके बाद भरणी नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
11 october 2022 Numerology Rashifal: न्यूमरोलॉजी यानी अंक शास्त्र में गणित के कुछ नियमों का प्रयोग कर व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं का आंकलन कर भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में भविष्यवाणी की जाती है।
आज (11 अक्टूबर, मंगलवार) कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि है। मंगलवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग और उसके बाद भरणी नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
अंक ज्योतिष में मूलांक में मुख्य रूप से अंकों का प्रयोग तीन तरीके से किया जाता है, मूलांक, जन्मांक और भाग्यांक। अंक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का मिलान सभी नौ ग्रहों, बारह राशियां और 27 नक्षत्रों के आधार पर किया जाता है।
10 अक्टूबर, सोमवार को पहले रेवती नक्षत्र होने से मातंग और अश्विनी नक्षत्र होने से राक्षस नाम के 2 योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा व्याघात और हर्षण नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 07:52 से 09:19 तक रहेगा।
Weekly Tarot Horoscope 10-16 October 2022: ताश के पत्तों की तरह दिखने वाले टैरो कार्ड के ऊपर कुछ रहस्यमयी चिह्न बने होते हैं जो संबंधित व्यक्ति के साथ भविष्य में होने वाली घटनाओं को बहुत हद तक अनुमानित कर सकते हैं।
Weekly Horoscope 10-16 October: साल 2022 के दसवें महीने अक्टूबर का दूसरा सप्ताह (10 से 16 अक्टूबर 2022) तक रहेगा। इन 7 दिनों में कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। कई शुभ और अशुभ योग भी ग्रहों की चाल के कारण बनेंगे।