आज (18 अक्टूबर, मंगलवार) कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। मंगलवार को पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान नाम का शुभ योग पूरे दिन रहेगा। इसके अलावा सिद्ध और साध्य नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 03:03 से शाम 04:29 तक रहेगा।
आज (17 अक्टूबर, सोमवार) कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन अहोई अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। पुनर्वसु नक्षत्र पूरे दिन रहेगा। सोमवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग पूरे दिन रहेगा।
टैरो कार्ड्स में ताश के पत्तों जैसे ही पत्ते होते हैं जिनकी कुल संख्या 72 होती है। इनमें से 22 मेजर अरकाना होते हैं और 50 माइनर अरकाना होते हैं। जैसे ताश के पत्तों में चार प्रकार की सीरीज होती है ऐसे ही टैरो में भी चार प्रकार की सीरीज होती है।
साल 2022 के दसवें महीने अक्टूबर का तीसरा सप्ताह 17 से 23 अक्टूबर 2022 तक रहेगा। इन 7 दिनों में कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। साथ ही इस दौरान कई ग्रह-नक्षत्रों की चाल भी बदलेगी, जिसका असर सभी लोगों पर दिखाई देगा।
हर व्यक्ति के जीवन में लव लाइफ बहुत मैटर करती है। अगर लव लाइफ में सबकुछ ठीक हो तो बाकी परेशानियां अपने आप ही दूर हो जाती हैं। और अगर लव लाइफ में समस्या हो तो फिर लाइफ नीरस लगने लगती है।
अंक ज्योतिष में जन्म तारीख के विभिन्न पहलुओं का आंकलन कर व्यक्ति के आने वाली जिंदगी के बारे में भविष्यवाणी की जाती है। जन्म तारीख की गणना के आधार पर ही नामांक, मूलांक और भाग्यांक निकाले जाते हैं।
आज (16 अक्टूबर रविवार) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। 16 अक्टूबर 2022, रविवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग पूरे दिन रहेगा। इसके अलावा परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
न्यूमरोलॉजी के अनुसार, जन्मतिथि के अंकों की गणना से एक ऐसा अंक निकालते हैं जिसे भाग्यांक कहा जाता है। इससे भविष्य में आने वाली परिस्थियों का पता चल जाता है और इस एक अंक की संख्या का प्रयोग हर जगह करके आप अपने भाग्य को जगा सकते हैं।
15 अक्टूबर, शनिवार को मृगशिरा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग पूरे दिन रहेगा। इसके अलावा वरियान और परिध नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 09:19 से 10:46 तक रहेगा।
अंक शास्त्र भी ज्योतिष की तरह ही काम करता है। लेकिन ये पूरी तरह व्यक्ति की जन्म तारीख पर आधारित है। जन्म तारीख को जोड़कर ही मूलांक निकाला जाता है, जिसके आधार पर आने वाले भविष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है।