Amitabh Budholiya

बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
  • All
  • 2675 NEWS
  • 394 PHOTOS
  • 8 VIDEOS
3077 Stories by Amitabh Budholiya

रहस्यमयी मंदिर: अंधा होने और जहर के डर से पुजारी ही आंख-नाक पर कपड़ा बांधकर अंदर जाता है, 364 दिन बंद रहता है

Apr 21 2022, 02:14 PM IST

डेस्क न्यूज. दुनिया विचित्र और रहस्यमयी जगहों(strange and mysterious places) से भरी पड़ी है। उनके बारे में आज तक कोई पता नहीं कर सका। ऐसा ही एक अद्भुत और रहस्यों से भरा मंदिर है उत्तराखंड के चमोली जिले के देवाल नामक ब्लाक में वांण नामक गांव में। हर 12 साल में उत्तराखंड में सबसे लंबी पैदल यात्रा निकलती है। इस यात्रा का 12वां पड़ाव इस मंदिर में होता है। इस यात्रा को श्रीनंदा देवी की राज जात यात्रा कहते हैं। यह मंदिर है लाटू देवता का। मान्यता है कि इस मंदिर में लाटू देवता वांण से लेकर हेमकुंड तक अपनी बहन नंदा देवी की अगवानी करते हैं। धार्मिक ग्रंथों और किवंदतियों में कहा जाता है कि लाटू देवता उत्तराखंड की आराध्या नंदा देवी के धर्म भाई हैं। उत्तराखंड में यह उनका मंदिर लाटू के नाम से विख्यात है। कहते हैं कि इस मंदिर में साक्षात नागराज विराजमान रहते हैं। उनके पास मणि हैं। इसी मान्यता के चलते कोई भी श्रद्धालु(चाहे महिला हो या पुरुष) मंदिर के अंदर नहीं जाता। किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। सिर्फ पुजारी ही मंदिर में प्रवेश करने का हक रखता है। लेकिन वो भी आंख-नाक पर पट्टी बांधकर पूजा-अर्चना करते हैं।