Amitabh Budholiya

बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
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अपना मूत्र पीकर यंग दिखने लगा है 34 साल का ये शख्स, जानिए क्या है ये यूरोफैगिया,जिसे मोरारजी देसाई भी पीते थे

May 02 2022, 09:47 AM IST

वर्ल्ड न्यूज डेस्क. आपने काफी पढ़ा होगा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई((29 फरवरी 1896 –10 अप्रैल 1995) अपना मूत्र(urine) पीते थे। एक अमेरिकी जर्नलिस्ट डैन रैथर को दिए इंटरव्यू में देसाई ने खुलासा किया था कि अपना मूत्र पीने से उनकी कई बीमारियां दूर हो गईं। करीब एक घंटे के इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि जो गरीब महंगी दवाइयों का खर्चा नही उठा सकते, अगर वे अपना मूत्र पीएं, तो तमाम बीमारियां उनके पास नहीं आएंगी। जैसे मूत्र से आंख धोने से मोतियाबिंद की आशंका कम हो जाएगी। अब इंग्लैंड के एक 34 वर्षीय शख्स हैरी मातादीन(Harry Matadeen) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। इनका कहना है कि जब से उन्होंने अपना मूत्र पीना शुरू किया है, तब से अवसाद(depression) दूर हो गया है। यही नहीं, अब वो 10 साल छोटा दिखने लगा है। अमेरिकी न्यूज मीडिया dailymail के अनुसार, मानसिक स्वास्थ्य यानी हताशा से बचने मातादीन ने 2016 में अपने मूत्र का सेवन शुरू किया था। 'मूत्र चिकित्सा' ने मातादीन में शांति, सुकून और दृढ़ संकल्प की एक नई भावना पैदा की। इसके बाद वे मूत्र चिकित्सा को प्रचार-प्रसार करने लगे हैं। मातादीन ने कहा-“यह मेरी सोच से परे था कि जब मैंने जब अपना ही मूत्र पीया, तो यह कितना शक्तिशाली था। जिस क्षण से मैंने पेशाब पीया, इसने मेरे दिमाग को जगा दिया और मेरे अवसाद को दूर कर दिया।" बता दें कि अमेरिकन सिंगर मैडोना(American singer-songwriter Madonna) भी यही दावा कर चुकी हैं। आज मूत्र चिकित्सा( urine therapy) को यूरोफैगिया या यूरोथेरेपी(urophagia or urotherapy) के नाम से जाना जाता है। मूत्र का औषधीय इस्तेमाल आज भी कइ देशों में किया जाता है।

32 साल में सैलरी 60 लाख, लेकिन ऊपरी कमाई इतनी कि नोट गिनते-गिनते EOW टीम के हाथ दु:खने लगे

May 02 2022, 07:45 AM IST

सतना. ये तस्वीरें मध्य प्रदेश के सतना में  प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक सुशील कुमार मिश्रा के घर के हुई EOW की छापामार कार्रवाई की हैं। इन्हें 32 साल की नौकरी में 60 लाख रुपए सैलरी मिली होगी, लेकिन ऊपरी कमाई करोड़ों कर डाली। बता दें कि रविवार को अलसुबह आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ(EOW) के टीआई मोहित सक्सेना प्रवीण चतुर्वेदी के नेतृत्व में 25 सदस्यीय टीम ने इनके घर छापा मारा था। कार्रवाई अभी भी जारी है। टीम ने सुबह 6 बजे मिश्रा के घर की डोरबेल बजाई। जैसे ही उन्हें पता चला कि घर पर रेड पड़ी है, वे चक्कर खाकर गिर पड़े। शुरुआती कार्रवाई में करीब 28 लाख नगद, सतना स्मार्ट सिटी से लगा हुआ 7 एकड़ का फार्म हाउस और 25 लाख रुपये से ज्यादा कीमत के सोने-चांदी के जेवर मिले हैं। यानी कार्रवाई में 7 करोड़ से अधिक की सम्पत्ति का पता चला है। यह प्रॉपर्टी और अधिक हो सकती है, क्योंकि जांच अभी जारी है। पुलिस अधीक्षक, EOW वीरेंद्र कुमार जैन ने बताया कि जमीनों के करीब 15 कागज मिले हैं, जिसमें एक 7 एकड़ का फार्म हाउस भी शामिल है। इनके पास से 7 वाहन मिले हैं। भोपाल में भी प्लॉट के कागज मिले हैं। मामले में कार्रवाई की जा रही है और खुलासे भी हो सकते हैं।