Amitabh Budholiya

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    Amitabh Budholiya

    बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं

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      Metro Rail pillar collapse: पति को लगा आंखों के सामने पत्नी-बेटे की दर्दनाक मौत का सदमा-'मैंने सबकुछ खो दिया'

      Jan 11 2023, 07:20 AM IST

      बेंगलुरु(Bengaluru). शहर में कंस्ट्रक्शन मेट्रो के पिलर के टूटकर गिर जाने से उसके नीचे दबकर मरे मां-बेटे के मामले ने सबको शॉक्ड कर दिया है। हादसे में महिला का पति और उसकी मासूम बेटी घायल हैं। हादसे को याद करते हुए महिला का पति फफक कर रो पड़ा।  बता दें कि मंगलवार को मेट्रो रेल का बीच का एक स्टील रॉड गिर गया था। इसके नीचे दबकर विजय कुमार की बहू तेजस्विनी (28) और ढाई साल के पोते विहान की मौत हो गई थी। उनका बेटा लोहित कुमार और पोती घायल हैं। इस बीच गोविंदपुरा पुलिस स्टेशन में मेट्रो पिलर ढहने के मामले में 5 संबंधित अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। FIR के मुताबिक, साइट इंजीनियर, मेट्रो ठेकेदार, साइट प्रभारी अधिकारी, बीएमआरसीएल अधिकारी और अन्य को शामिल किया गया है। कर्नाटक के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा-नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी (एनसीसी) के निदेशक चैतन्य,पर्यवेक्षक लक्ष्मीपति और जेई प्रभाकर सहित 8 आरोपी हैं। हम जरूर कार्रवाई करेंगे। यह कंपनी की घोर लापरवाही है। सभी के खिलाफ FIR दर्ज। पढ़िए एक दिल दहलाने वाली घटना...

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      जोशीमठ संकट: बढ़ती जा रही दरारें, रोते-बिलखते और विरोध करती भीड़ के बीच JCB का एक्शन जारी

      Jan 11 2023, 06:39 AM IST

      जोशीमठ (Joshimath).उत्तराखंड के 8वीं सदी के शहर जोशीमठ में आई प्राकृतिक दरारों ने एक बड़ी चिंता खड़ी कर दी है। यहां दरारें धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं। भू-धंसाव के कारण जोशीमठ में डैमेज भवनों की संख्या 723 तक पहुंच गई है। सुरक्षा के लिहाज से 131 परिवारों को अस्थाई रूप से विस्थापित किया गया है। जोशीमठ नगर क्षेत्रान्तर्गत अस्थाई रूप से 1425 क्षमता के 344 राहत शिविर के साथ ही जोशीमठ क्षेत्र से बाहर पीपलकोटी में 2205 क्षमता के 491 कक्षों/हॉलों को आइडेंटिफाई किया गया है। इस संकट के लिए लोग NTPC के प्रोजेक्ट को दोषी मान रहे हैं। लोगों की नाराजगी है कि जेसीबी से पहाड़ तोड़े जाने से यह संकट आया है। हालांकि NTPC इससे इनकार कर चुकी है।
       

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