Amitabh Budholiya

बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
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काबुल की रूह कंपाने वाली तस्वीरें: तोड़ेंगे दम मगर; तेरा साथ न छोड़ेंगे, एग्जाम के बीच बच्चों के उड़े चीथड़े

Oct 01 2022, 09:19 AM IST

काबुल. यह हृदयविदारक(Heartbreaking) तस्वीर हजारा समुदाय की मर्जिया और हाज़र(Marzia and Haajar) नामक दो सहेलियों की है। वे साथ पले-बढ़े हुए, साथ स्कूल जाते थे और अफसोस है किअब एक-दूसरे के बगल में उनकी कब्र हैं। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक एजुकेशन इंस्टीट्यूट पर आत्मघाती हमलावर(suicide bomber struck) ने हमला किया था, जिसमें कम से कम 19 लोग मारे गए। हालांकि अफगानिस्तान के एक जर्नलिस्ट बिलाल सरवरी ने हमले में 100 स्टूडेंट्स की मौत होने का दावा किया है। सरवरी का कहना है कि तालिबान ने हॉस्पिटल के मालिक को धमकाया है कि वो कोई भी जानकारी मीडिया को लीक न करें। यह हमला शिया मुसलमानों; खासकर अफगानिस्तान की हज़ारा(Hazara) कम्युनिटी पर है। ISKP (इस्लामिक स्टेट खोरासान ग्रुप) लगातार शिया इन्हें टार्गेट कर रहा है। हज़ारा मध्य अफगानिस्तान में बसने वाला और दरी फ़ारसी की हज़ारगी उपभाषा बोलने वाला एक समुदाय है। यह लगभग सारे शिया इस्लाम के अनुयायी होते हैं। ये अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा समुदाय हैं। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
 

वंदे भारत ट्रेन में PM मोदी ने किया सफर, खिड़की से छतों पर खड़े लोगों को हिलाया हाथ, पैसेंजर से खूब बतियाए

Sep 30 2022, 01:12 PM IST

अहमदाबाद.  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने अपने दो दिनी (29 और 30 सितंबर) गुजरात के दौरे के दूसरे दिन गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद उन्होंने ट्रेन से यात्रा भी की। यह भारत की तीसरी वंदे भारत ट्रेन है। इसे नेक्स्ट जेनरेशन की ट्रेन कहा जा रहा है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन गुजरात और महाराष्‍ट्र के बीच चलेगी। रेल मंत्रालय ने अपने आफिसियल फेसबुक पेज पर वंदे भारत ट्रेन की कुछ फोटो शेयर करके लिखा था-वंदे भारत 2.0: गुजरात और महाराष्ट्र के लोगों की सेवा के लिए पूरी तरह तैयार। बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर स्टेशन पर ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद उससे कालूपुर रेलवे स्टेशन तक यात्रा भी की। वंदे भारत एक्सप्रेस एक बेहतर और विमान यात्रा जैसा अनुभव प्रदान करती है। इस दौरान जब मोदी ने ट्रेन की खिड़की से घरों की छतों पर चढ़कर यह यह अद्भुत दृश्य देख रहे लोगों को हाथ हिलाकर हैलो किया, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। देखिए कुछ तस्वीरें...

Hamer Tribes: जो लड़की जितनी 'मर्दानगी' झेलती है, उसे उतना यंग पार्टनर मिलता है, 2 बच्चे होने तक चलता है ये

Sep 30 2022, 11:55 AM IST

ट्रेंडिंग न्यूज. पूरी दुनिया में करीब 100 से अधिक ऐसी जनजातियां पाई जाती हैं, जिनका बाहरी लोगों से कोई मतलब नहीं होता। ये असंबद्ध यानी किसी के भी संपर्क में नहीं रहने वाले समुदाय या स्वदेशी लोगों(Uncontacted peoples-indigenous peoples) के समूह हैं, जो अपने ही पड़ोसी समुदायों(neighbouring communities) और विश्व समुदाय के साथ निरंतर संपर्क के बिना पूरी जिंदगी गुजार देते हैं। आपने आइसोलेशन शब्द कोरोनाकाल में अधिक सुना होगा, लेकिन ये लोग सदियों से ऐसा जीवन गुजर-बसर कर रहे हैं। मतलब स्वैच्छिक अलगाव(voluntary isolation) में रहते हैं। ऐसी अनकॉन्टेक्ड ट्राइब्स की संख्या का सटीक अनुमान लगाना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन यूनाइटेड नेशन में ह्यूमन राइट्स पर काम करने वाले इंटर-अमेरिकन कमिशन और एक NGO ग्रुप सर्वाइवल इंटरनेशनल(Survival International) का अनुमान है कि दुनिया में 100 और 200 जनजातियों का पता चलता है। इनकी आबादी बमुश्किल 10,000 के आसपास होगी। ऐसी अधिकांश जनजातियां दक्षिण अमेरिका(विशेष रूप से ब्राज़ील) में रहती हैं। ब्राज़ील सरकार और नेशनल ज्योग्राफिक का अनुमान है कि 77 से 84 के बीच ऐसी जनजातियां यहां पाई जाती हैं। अफ्रीका-भारत, इंडोनेशिया आदि में भी ऐसी कुछ जनजातियां हैं। इनकी जीवनशैली, खान-पान और परंपराएं बाकी दुनिया के लिए किसी हैरत से कम नहीं हैं। ऐसी ही एक जनजाति हमर(Hamer or Hamar) है। पढ़ते हैं इससे जुड़े दिलचस्प रिवाज..