इस बार दिसंबर में 5 रविवार, सोमवार और मंगलवार होने से सूर्य, चंद्र और मंगल का विशेष प्रभाव रहेगा। इन 3 ग्रहों की स्थिति से देश में बड़े बदलाव और घटनाएं होने की संभावना बन रही है।
सोमवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। इस दिन सूर्योदय श्रवण नक्षत्र में होगा। इसके बाद दोपहर लगभग 12.45 के बाद धनिष्ठा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। सोमवार को श्रवण नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से शुभ नाम का योग बन रहा है।
ज्योतिष में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं, इनमें से 2 ग्रह राहु और केतु छाया ग्रह हैं। आमतौर पर इन्हें अशुभ ग्रह माना जाता है।
1 दिसंबर, रविवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इसे विवाह पंचमी भी कहते हैं। इस दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से अमृत और उसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से गद नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
दिसंबर 2019 में साल का अंतिम सूर्यग्रहण होगा। इस महीने में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र राशि बदलेंगे। ग्रहों के इस परिवर्तन का असर सभी राशियों पर अलग-अलग दिखाई देगा।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, माथे की रेखाओं के आधार पर किसी भी इंसान की उम्र का काफी हद तक पता लगाया जा सकता है।
शनिवार को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग और उसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग बन रहा है, जो दिन भर रहेगा।
समुद्र शास्त्र के अनुसार, किसी भी व्यक्ति के नाखून देखकर उसके स्वभाव के बारे में बहुत कुछ जाना जा सकता है।
29 नवंबर, शुक्रवार को मूल नक्षत्र होने से स्थिर और उसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से प्रवर्ध नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।