इस बार 12 दिसंबर, गुरुवार को अगहन मास की पूर्णिमा है। ज्योतिष शास्त्र में पूर्णिमा को बहुत ही शुभ माना गया है।
ज्योतिष में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं और सभी ग्रहों का असर अलग-अलग होता है। कुंडली में जिस ग्रह की जैसी स्थिति होती है, वैसा ही असर हमारे जीवन पर पड़ता है।
कुंडली में ग्रहों की युति होने पर ग्रहों के शुभ-अशुभ प्रभाव कम या ज्यादा हो सकते हैं। कुछ लोगों की कुंडली में तीन ग्रहों की युति होती है।
सोमवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इस दिन सूर्योदय भरणी नक्षत्र में होगा। सोमवार को भरणी नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग बन रहा है, जो दिन भर रहेगा।
विवाह के लिए लड़की देखने जाने वाले लड़के अक्सर अपने लिए जीवन साथी की तलाश करते वक्त रंग-रूप और हाइट में उलझकर रह जाते हैं।
रविवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इसे मोक्षदा एकादशी कहते हैं। इस दिन गीता जयंती का पर्व भी मनाया जाता है। रविवार को सूर्योदय अश्विन नक्षत्र में होगा।
ज्योतिष में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं और सभी ग्रहों का असर अलग-अलग होता है। कुंडली में जिस ग्रह की जैसी स्थिति होती है, वैसा ही असर हमारे जीवन पर पड़ता है। ग्रह की शुभ-अशुभ स्थिति का संकेत हमें डेली लाइफ में भी मिलते हैं।
शनिवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इस दिन सूर्योदय रेवती नक्षत्र में होगा। शनिवार को रेवती नक्षत्र होने से धाता नाम का शुभ योग बन रहा है, जो दिन भर रहेगा।
5 दिसंबर को बुध वृश्चिक राशि में आ जाएगा और 25 दिसंबर तक इसी राशि में रहेगा। जानिए किस राशि पर इसका क्या असर होगा।
हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार, हथेली की बनावट, रेखाएं और उनसे बनने वाले कुछ निशान यानी छोटी-छोटी रेखाओं से बनने वाली आकृतियां भी भविष्य में होने वाले बदलाव की ओर इशारा करती हैं।