31 मार्च, शुक्रवार को बुध ग्रह मेष राशि में प्रवेश करेगा, जहां पहले से ही राहु और शुक्र स्थित है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें कैसा रहेगा आपका आज का दिन…
April 2023 Rashifal: साल 2023 का चौथा महीना अप्रैल शुरू होने वाला है। इस महीने कई ग्रह राशि बदलेंगे, जिसका असर सभी 12 राशि के लोगों पर शुभ-अशुभ रूप में दिखाई देगा। राशिफल से इसके बारे में जाना जा सकता है।
31 मार्च, शुक्रवार को पुष्य नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे उत्पात नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा सुकर्मा और धृति नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:59 से दोपहर 12:31 तक रहेगा।
31 मार्च, शुक्रवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पूरे दिन रहेगी। शुक्रवार को पुष्य नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे उत्पात नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा सुकर्मा और धृति नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
30 मार्च गुरुवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से सिद्धि और पुष्य नक्षत्र होने से शुभ नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 2:03 से 3:34 तक रहेगा।
आज (30 मार्च, गुरुवार) चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। इस दिन राम नवमी का पर्व मनाया जाता है। गुरुवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से सिद्धि और पुष्य नक्षत्र होने से शुभ नाम के योग बनेंगे।
29 मार्च, बुधवार को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से मूसल और इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से गद नाम के 2 अशुभ योग रहेंगे। इनके अलावा शोभन और अतिगण्ड नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:31 से 2:03 तक रहेगा।
29 मार्च, बुधवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। ये चैत्र नवरात्रि का आठवां दिन है, इस दिन देवी महागौरी की पूजा की जाएगी। बुधवार को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से मूसल और इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से गद नाम के 2 अशुभ योग रहेंगे।
28 मार्च, मंगलवार को पहले मृगशिरा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग और इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, अमृत सिद्धि, द्विपुष्कर, सौभाग्य और शोभन नाम के 5 अन्य योग भी रहेंगे।
28 मार्च, मंगलवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि रहेगी। इस दिन देवी कालरात्रि की पूजा की जाएगी। मंगलवार को पहले मृगशिरा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग और इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग बनेगा।