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Russia Ukraine War: अचानक चलने लगीं गोलियां, मासूम को बचाने पूरी फैमिली ने लगा दी जान की बाजी

Mar 11 2022, 10:42 AM IST
वर्ल्ड न्यूज डेस्क. यह तस्वीर रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) में जिंदगी बचाने की जद्दोजहद को दिखाती है। यूक्रेन में इस समय ऐसे शॉकिंग और दिल तोड़ने वाले(shocking and heart breaking) मंजर आम है। इस बीच एक नया खतरा मंडरा रहा है। अमेरिका ने आशंका जताई है कि यूक्रेन को बर्बाद करने रूस रासायनिक या जैविक हथियार(chemical or biological attack ) का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। बता दें कि 11 मार्च को युद्ध का 16वां दिन है। इस भीषण लड़ाई का असर दुनियाभर पर दिखाई देगा। संयुक्त राष्ट्र(UN officials) के अधिकारियों के अनुसार, यूक्रेन के भीतर अनुमानित 1.9 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं, जो रूस के आक्रमण के बाद देश छोड़कर भाग गए 2.3 मिलियन से अधिक हैं। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक(Stephane Dujarric) ने गुरुवार को कहा कि आंतरिक रूप से विस्थापित अधिकांश लोग पश्चिम की ओर लल्विव( Lviv) की ओर बढ़ रहे हैं। मानवीय स्थिति खतरनाक गति से बिगड़ती जा रही है। देखें कुछ तस्वीरें

Russia Ukraine War: डॉग्स को खाना खिलाने निकली थी, रास्ते में मारी गई, मासूम से लिपटकर रो पड़े सैनिक मां-बाप

Mar 09 2022, 10:21 AM IST
वर्ल्ड न्यूज डेस्क.रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) का 9 मार्च को 14वां दिन है। इस बीच यूक्रेन के कई शहर तबाह हो चुके हैं। लाखों लोग यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेने पहुंच गए हैं। यूक्रेन के पूर्वोत्तर क्षेत्र सुमी(City in Ukraine) में फंसे 700 भारतीय छात्रों को सुरक्षित कॉरिडोर खुलने के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया है। इनके यहां से निकलते ही रूस ने फिर से हवाई हमले कर दिए। संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी( UN's refugee agency) का कहना है कि रूस के आक्रमण के बाद से अब तक 20 लाख लोग यूक्रेन से भाग गए हैं। ताजा आंकड़े बताते हैं कि आधे से अधिक पोलैंड में सीमा पार कर चुके हैं। लगभग 100,000 रूस और 450 बेलारूस पहुंचे हैं। शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त ( UNHCR) के प्रमुख फिलिपो ग्रांडी(Filippo Grandi) ने कहा कि सप्ताहांत में यह संकट द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप का सबसे तेजी से बढ़ता शरणार्थी संकट था। रूस कर सकता है मिनी-न्यूक्लियर विस्फोट...

Russia Ukraine War: 7 साल की पोती को आंखों के सामने तड़प-तड़पकर मरते देख भी कुछ न कर सका दादा

Mar 08 2022, 10:35 AM IST
वर्ल्ड न्यूज डेस्क. यह तस्वीर 7 साल की अलीसा हलन्स की है, जिसकी मौत रूसी बमबारी में हो गई। यूक्रेन में ऐसे कई बच्चे हैं, जो युद्ध की भेंट चढ़ चुके हैं। रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) का 8 मार्च को 13वां दिन है। संयुक्त राष्ट्र (The United Nations) का अनुमान है कि युद्ध शुरू होने से अब तक 1.5 मिलियन से अधिक लोग यूक्रेन से भाग चुके हैं, जिसमें पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया और अन्य जगहों पर सैकड़ों-हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं। UN के अनुसार पोलैंड ने 1,028,000 शरणार्थियों को लिया है। हंगरी 180,000, मोल्दोवा 83,000,स्लोवाकिया 128,000, रोमानिया 79,000, रूस 53,000, बेलारूस 406 रिफ्यूजी को आश्रय दिया है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि यूरोप में 183,000 से अधिक लोग इन देशों से दूसरे देशों में चले गए हैं।रूसी सेना द्वारा यूक्रेन के रिहायशी इलाकों पर हमले के बाद मानों पूरा देश खाली हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी(UN High Commissioner for Refugees, Filippo Grandi) ने tweet करके बताया कि 10 दिनों में करीब 15 लाख शरणार्थी(refugees) पड़ोसी देशों में शरण ले चुके हैं। यह दूसरे विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़ा पलायन है। UN को आशंका है कि युद्ध से बचने 40 लाख से अधिक लोग यूक्रेन छोड़ सकते हैं।

Russia Ukraine War: सदी का सबसे बड़ा पलायन, 40 लाख लोग छोड़ सकते हैं यूक्रेन, देखिए कुछ तस्वीरें

Mar 07 2022, 09:16 AM IST
वर्ल्ड न्यूज डेस्क. रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) का 7 मार्च को 12वां दिन है। रूसी सेना द्वारा यूक्रेन के रिहायशी इलाकों पर हमले के बाद मानों पूरा देश खाली हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी(UN High Commissioner for Refugees, Filippo Grandi) ने tweet करके बताया कि 10 दिनों में करीब 15 लाख शरणार्थी(refugees) पड़ोसी देशों में शरण ले चुके हैं। यह दूसरे विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़ा पलायन है। UN को आशंका है कि युद्ध से बचने 40 लाख से अधिक लोग यूक्रेन छोड़ सकते हैं। इस युद्ध से पहले यूक्रेन के कीव नियंत्रित क्षेत्र में 37 मिलियन लोग रहते थे। इनमें रूस के कब्जे वाले क्रीमिया(Crimea) के अलावा अलगाववादी नियंत्रित क्षेत्र भी शामिल हैं। बता दें कि युद्ध से पहले ही पोलैंड में 1.5 मिलियन यूक्रेनियन निवास करते थे, जो यहां काम करते हैं। इस बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की(Volodymyr Zelenskyy) से 35 मिनट बातचीत की।गवर्नमेंट इंडिया के सोर्स के मुताबिक,दोनों नेताओं ने यूक्रेन में मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी सीधी बातचीत की सराहना की। मोदी ने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में यूक्रेन सरकार द्वारा दी गई सहायता के लिए राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को धन्यवाद दिया। मोदी ने सूमी से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए जारी प्रयासों में यूक्रेन सरकार से निरंतर सहयोग मांगा है।जानिए क्या है इस समय यूक्रेन का हाल...

Russia Ukraine War:12 तस्वीरों में देखें 12 दिन की भयंकर लड़ाई कैसे ले आई एक सुंदर देश में तबाही

Mar 07 2022, 10:36 AM IST
वर्ल्ड न्यूज डेस्क. 24 फरवरी, 2022 इतिहास में एक विध्वंसक निर्णय के लिए जाना जाएगा। इसी दिन भारतीय समयानुसार सुबह 8.30 बजे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(Russian President Vladimir Putin) ने यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई का ऐलान किया था। इसके बाद रूस की सेना ने यूक्रेन पर हवाई हमले शुरू कर दिए। इन हमलों बाद यूक्रेन की राजधानी कीव(Kyiv) के अलावा खार्किव, मारियुपोल और ओडेसा(Kharkiv, Mariupol and Odessa) में बर्बादी के मंजर दिखाई देने लगे हैं। ये तस्वीरें सिर्फ यूक्रेन की बर्बादी नहीं दिखातीं, बल्कि इस युद्ध का असर दुनियाभर के देशों पर पड़ेगा। सामाजिक, आर्थिक और मानसिक तौर पर यह लोगों पर असर डालेगा। प्रकृति पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ेगा। रूस की मिसाइलों ने यूक्रेन को बर्बाद कर दिया है। देखें अब तक की 12 शॉकिंग तस्वीरें...

Russia Ukraine War: धमाकों के बीच मलबे में बिलख रहा था मासूम; एक डॉग भी डरा-सहमा दुबका था और फिर

Mar 05 2022, 10:18 AM IST
वर्ल्ड न्यूज डेस्क. रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) का 5 मार्च को 10वां दिन है। रूस ने यूक्रेन के रिहायशी इलाकों पर हमले तेज कर दिए हैं। यूक्रेन का दावा है कि जाइटोमीर शहर में रूसी बम अटैक में 47 यूक्रेनी मारे गए हैं। यूक्रेन के खार्किव में कई धमाकों की आवाज सुनी गईं। निवासियों को पास के आश्रयों में जाने के लिए कहा गया है। रूस की बमबारी में यूक्रेन के 10 से ज्यादा शहर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी(united nations refugee agency) के अनुसार, एक हफ्ते में यूक्रेन से करीब 10 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर चले गए हैं। देखें युद्धग्रस्त यूक्रेन की कुछ तस्वीरें...

Russia Ukraine War: फिर चर्चा में आई 1986 की चेरनोबिल न्यूक्लियर त्रासदी, पूरा शहर भूतिया बना दिया था

Mar 04 2022, 12:13 PM IST
वर्ल्ड न्यूज डेस्क. रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) का 4 मार्च को 9वां दिन है। इस बीच रूसी सेना ने यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र, ज़ापोरिज्जिया एनपीपी(Zaporizhzhia nuclear power plant) पर हमले से आग लग गई है। इस हादसे ने दुनिया के सामने एक एक बड़ी चिंता पैदा कर दी है। कहा जा रहा है कि अगर इसमें आग भड़कती है, तो यह चेरनोबिल (Chernobyl) से 10 गुना बड़ा होगा। आखिर चेरनोबिल का जिक्र छिड़ते ही यूरोप के रूह क्यों कांप उठती है? यूक्रेन में ज़ापोरीज्ज्या (Zaporizhzhia) परमाणु ऊर्जा संयंत्र में 6 रिएक्टर हैं। यह पूरे यूरोप में सबसे बड़ा और पृथ्वी पर 9वां सबसे बड़ा रिएक्टर माना जाता है। यह संयंत्र चेरनोबिल शहर से करीब 16 किमी दूर और कीव से 100 किमी की दूर स्थित है। यहां 1986 में दुनिया की सबसे भीषण परमाणु आपदा सामने आई थी। 25-26 अप्रैल,1986 के दरमियान तत्कालीन सोवियत-नियंत्रित यूक्रेन में तकनीशियनों के एक समूह ने एक सुरक्षा परीक्षण किया था, जो फ़्लॉप हो गया था। इसके बाद चेरनोबिल के रिएक्टर नंबर 4 में कई धमाके हुए थे। यह अब तक की सबसे बड़ी परमाणु दुर्घटना है। इससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा था। तब पर्यावरण को विकिरण हादसे से बिगड़ने से रोकने के लिए 1.8 करोड़ सोवियत रूबल (वर्तमान करीब 5 खरब भारतीय रुपये खर्च करने पड़े थे। उस समय मिखाइल गोर्बाचेव सोवियत संघ के राष्ट्रपति थे। 2006 में उन्होंने उल्लेख किया था कि चेरनोबिल में न्यूक्लियर हादसा ही शायद सोवियत संघ के पतन की वजह बना।

Russia ने खूबसूरत Ukraine को बनाया खंडहर, देखें अपनों को खोने और पलायन के बीच रोते-बिलखते लोगों की ताजा तस्वीर

Mar 03 2022, 03:16 PM IST
यूक्रेन के शहरों पर रूसी हमलों के बीच चारों तरफ बर्बादी के निशान दिख रहे हैं। लगातार हो रही बमबारी से मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। हफ्ते भर पहले शुरू हुए युद्ध की लगातार बढ़ती तीव्रता ने यूक्रेनियों को हिलाकर रख दिया है। शहरों में आंसुओं का सैलाब है, जो धमाकों की आवाजों और धूल के गुबार मेंखो गया है। जीवन भर की कमाई से बनाए अपने आशियाने को छोड़ने की टीस तो है लेकिन सुरक्षित जगहें तलाशना पहला मकसद भी है। परेशान लोग जहां जो साधन मिला, उससे पलायन करते हुए शहर खाली कर रहे हैं। वे नहीं चाहते कि युद्ध की विभीषिका में किसी को भी खोएं। एक अनुमान के मुताबिक पिछले सात दिनों में तकरीबन 10 लाख यूक्रेनियनंस ने देश छोड़ा है। ये पड़ोसी देशों हंगरी, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया और मोल्डोवा में शरण लेने के लिए कतारें में हैं। धमाकों के बीच बर्बाद हुए शहरों और रोते-बिलखते लागों की तस्वीरें हिला देने वाली हैं।

Russia Ukraine War:धमाकों की आवाज सुनकर सहम गए गोरिल्ला मां-बेटे; कोई नहीं जानता बचेंगे या मरेंगे

Mar 03 2022, 10:36 AM IST
वर्ल्ड न्यूज: ये तस्वीर कीव के जू(ZOO) में मौजूद एक विलुप्तप्राय गोरिल्ला और उसके बच्चे की है। रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) के चलते चिड़ियाघरों के जानवर तक बेहद डरे-सहमे हैं। कर्मचारियों को नहीं मालूम कि ये युद्ध में बच पाएंगे या नहीं। बता दें कि युद्ध का 3 मार्च को 8वां दिन है। इस भीषण युद्ध में अब तक 2000 से अधिक लोगों की मौत की खबर है। रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव को चारों तरफ से घेर लिया है। कीव के जू में शेर, हाथी, गोरिल्ला, जिराफ आदि सहित करीब 200 से अधिक प्रजातियों के 4000 जीव हैं। चिड़ियाघर अभी बंद है। लेकिन सबसे बड़ा संकट इन जानवरों की सुरक्षित शिफ्टिंग है। लेकिन अभी तक इस बारे में कोई प्लान नहीं है। कर्मचारी तो यहां तक कहते हैं कि जानवरों को निकाल पाना असंभव है। जू के प्रमुख काइरिले ट्रैंटिन(Kyrylo Trantin) कहते हैं कि यह इसलिए मुश्किल है,क्योंकि इनके लिए चिकित्सा सेवा और ट्रांसपोर्ट मुमकिन नहीं है। हालांकि न्यूजवीक(Newsweek) कीव के पास के अभ्यारण्यों(anctuaries) से सोमवार-मंगलवार को जानवरों की निकासी संभव हो गई, लेकिन कीव के जू के जानवरों की ऐसी किस्मत नहीं दिखती। देखें कुछ तस्वीरें और जानिए जानवरों का हाल...