इस बार 2 सितंबर, सोमवार को गणेश चतुर्थी है। भगवान श्रीगणेश के जन्म की कथा जितनी रोचक है, उनके शरीर की बनावट भी उतनी ही रहस्यमयी है।
इस गणेश मंदिर में हर समय भगवान के चरणों में चिट्ठियों और निमंत्रण पत्रों का ढेर लगा रहता है।
इस बार गणेश चतुर्थी (2 सितंबर, सोमवार) पर शुक्ल, रवियोग और चतुर्ग्रही शुभ योग बन रहे हैं।
किसी भी शुभ काम का शुभारंभ श्रीगणेश के पूजन के बाद ही होता है। इनकी पूजा से हमारे सारे काम बिना किसी बाधा से पूरे हो जाते हैं।
श्रीगणेश की पूजा अनेक रूपों में की जाती है, उनमें से एक रूप है श्वेतार्क गणेश। ज्योतिष व तंत्र उपायों में भी श्वेतार्क गणेश का विशेष महत्व है।
भगवान श्रीगणेश के कई रूपों की आराधना विशेष कार्य सिद्धियों के लिए की जाती है।
Ganesh Chaturthi 2022: भगवान श्रीगणेश को धर्म ग्रंथों में प्रथम पूज्य कहा गया है यानी हर शुभ काम से पहले इनकी पूजा की जाती है। इनकी पूजा में बहुत अधिक चीजों का आवश्यकता नहीं होती। छोटी-छोटी चीजें चढ़ाने से ही श्रीगणेश प्रसन्न हो जाते हैं।
Ganesh Chaturthi 2022: भगवान श्रीगणेश सभी देवताओं में श्रेष्ठ कहे जाते हैं इसलिए हर शुभ काम से पहले उनकी पूजा की जाती है। इस बार 31 अगस्त, बुधवार को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। इसी दिन से गणेश उत्सव का भी आरंभ होगा।