अमेरिका के ईरान पर हमले के बाद 400 किलो यूरेनियम गायब, जिससे 10 परमाणु हथियार बन सकते हैं। ईरान इसे अमेरिका से नए परमाणु समझौते के लिए इस्तेमाल कर सकता है।

Israel Iran War: 21 जून की रात अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया। इनमें सबसे प्रमुख टारगेट फोर्डो परमाणु संयंत्र (Fordow nuclear plant) माना जाता है। कहा जा रहा था कि ईरान ने यहां अपने यूरेनियम भंडार छिपा रखे थे। अब ऐसी जानकारी सामने आई है कि यह परमाणु भंडार लापता है।

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एबीसी न्यूज को बताया कि यूरेनियम का 400kg भंडार ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले के बाद से लापता है। इतने यूरेनियम से 10 परमाणु हथियार बनाए जा सकते हैं।

परमाणु हथियार बनाने के लिए चाहिए 90% शुद्ध यूरेनियम

गायब यूरेनियम को ईरान के लिए एक शक्तिशाली सौदेबाजी चिप के रूप में देखा जा रहा है। ईरान अमेरिका के साथ नए परमाणु समझौते पर बातचीत फिर से शुरू करने पर इसका इस्तेमाल कर सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान के पास अभी 60% तक शुद्ध किया गया यूरेनियम है। परमाणु हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए इसे लगभग 90% तक शुद्ध करना होता है।

अमेरिकी हमले से पहले ही ईरान ने छिपा दिए अपने परमाणु भंडार

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इजरायली अधिकारियों ने बताया है कि ऐसी खबरें हैं कि ईरान ने अमेरिकी हमले से पहले ही अपने परमाणु भंडार के साथ-साथ कुछ उपकरणों को किसी गुप्त स्थान पर पहुंचा दिया था। अमेरिकी हमले से पहले लिए गए सैटेलाइट फोटोज में फोर्डो परमाणु संयंत्र के बाहर 16 ट्रकों की कतार दिखाई दी थी। यह संयंत्र एक पहाड़ के अंदर बनाया गया है। इसे अधिकांश मिसाइल हमलों के लिए अभेद्य माना जाता है। इसके कारण इजरायल ने अमेरिका से अपने बी-2 'स्पिरिट' बमवर्षक और जीबीयू-37 'बंकर बस्टर्स' बम इस्तेमाल करने के लिए कहा।

7 बी-2 'स्पिरिट' बमवर्षक विमान ने 14 जीबीयू-37 बम फोर्डो परमाणु संयंत्र पर गिराए। वहीं, नतांज और इस्फहान परमाणु संयंत्रों पर टॉमहॉक मिसाइलों से वार किया गया। हमले के बाद की तस्वीरों में तीनों संयंत्रों को काफी नुकसान पहुंचा दिख रहा है, लेकिन फोर्डो परमाणु संयंत्र के पास पहले से मौजूद ट्रक गायब हैं।

अभी यह साफ नहीं है कि ट्रकों में रखकर क्या और कहां ले जाया गया? हालांकि अमेरिका और इजरायल का विश्वास है कि इस्फहान के निकट एक अन्य भूमिगत भंडारण सुविधा में यूरेनियम और न्यूक्लियर प्रोग्राम से जुड़े सामान रखे गए हैं।

क्या ईरान के पास है परमाणु हथियार बनाने लायक परमाणु सामग्री?

ईरान लंबे समय से इस बात पर जोर देता रहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। वहीं, इजरायल का आरोप है कि ईरान परमाणु हथियार बना रहा है। इजरायल ने कहा है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की प्रक्रिया में 'वापसी न होने के बिंदु' पर पहुंच रहा है।

इजरायल का दावा ईरान से पैदा हो रहे परमाणु खतरे को खत्म किया

इजरायल ने 13 जून को ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर लड़ाई की शुरुआत की थी। 12 दिन बाद दोनों देशों के बीच युद्ध विराम हुआ है। 12 दिनों तक चली लड़ाई में इजरायल का मुख्य ध्यान ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह करना था। युद्ध विराम के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरानी परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल खतरे को समाप्त कर दिया गया है।