सार
पाकिस्तान के अनुरोध पर UNSC की बंद कमरे में बैठक हुई। इसमें पाकिस्तान के भारत विरोधी राग पर पानी फिर गया। बैठक के बाद कोई बयान या प्रस्ताव नहीं आया।
UNSC Meeting: पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव है। ऐसे में पाकिस्तान के अनुरोध पर UNSC (United Nations Security Council) की बैठक बुलाई गई। बंद कमरे में हुई इस बैठक को लेकर कोई बयान, प्रस्ताव या आधिकारिक रिजल्ट नहीं निकला। इससे पाकिस्तान के भारत विरोधी राग पर पानी फिर गया है।
यह बैठक संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की उस चेतावनी के कुछ ही घंटों बाद हुई जिसमें उन्होंने कहा था कि हालत पिछले कई सालों में सबसे ज्यादा अस्थिर स्थिति में पहुंच गई है।
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ झूठ फैलाया
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार ने एक बार फिर भारत के खिलाफ झूठे दावे फैलाने के लिए UNSC मंच का दुरुपयोग किया। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के मामले से ध्यान हटाने के लिए पाकिस्तान ने कश्मीर का मामला उठाया। भारत पर सैन्य तैनाती करने और भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया।
पाकिस्तान ने किया था UNSC की बैठक का अनुरोध
इफ्तिखार ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि निलंबित करने को "आक्रामकतापूर्ण कार्रवाई" बताया। भारत इसे पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने में अपनी भूमिका से दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश बताता है। पाकिस्तान इस समय सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है। उसने भारत के साथ तनाव मामले के समाधान के लिए बंद कमरे में विचार-विमर्श का अनुरोध किया था।
अभी ग्रीस सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष है। उसने 5 मई की दोपहर को बंद कमरे में बैठक तय की थी। UNSC चैंबर में आयोजित किए जाने वाले औपचारिक सत्रों के विपरीत बंद कमरे की बैठक में सदस्य घोड़े की नाल के आकार की मेज के चारों ओर एकत्र होते थे।
इससे पहले अगस्त 2019 में चीन ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के भारत के कदम पर चर्चा करने के लिए UNSC की बैठक का अनुरोध किया था। यह बैठक बिना किसी नतीजे या बयान के समाप्त हुई थी। इससे कश्मीर मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के लिए चीन द्वारा समर्थित पाकिस्तान के प्रयासों को भारी झटका लगा था। परिषद में भारी बहुमत ने कहा कि यह भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला है।