पाकिस्तान में बाढ़ से तबाही, 64 से ज्यादा लोगों की मौत। स्वात घाटी में 15 लोगों का परिवार बह गया। इस घटना का वीडियो वायरल हुआ है। सोशल मीडिया पर गुस्सा है। लोग सरकार से सवाल पूछ रहे हैं।

Pakistan Floods: पाकिस्तान में मानसून के साथ आई भारी बारिश कहर ढा रही है। खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में अचानक बाढ़ आने (Flash Floods) की कई घटनाएं हुईं हैं। बुधवार तक पाकिस्तान में बारिश और बाढ़ से जुड़े हादसों में कम से कम 64 लोगों की मौत हो गई, 117 लोग घायल हो गए।

सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र खैबर पख्तूनख्वा के उत्तर-पश्चिमी प्रांत में अचानक बाढ़ आने से 10 बच्चों सहित 23 लोगों की जान चली गई। न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार पंजाब प्रांत में 21 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में 21 बच्चे हैं। अधिकतर लोगों की मौत बारिश में घरों के ढहने के कारण हुई।

दो घंटे तक गुहार लगाते रहे, नहीं पहुंचा हेलीकॉप्टर, बह गया 15 लोगों का परिवार

27 जून को मूसलाधार बारिश के कारण स्वात घाटी में अचानक बाढ़ आ गई। मरदान में एक परिवार के 15 लोग बाढ़ में फंस गए थे। वे लोग सरकार से बचाने की गुहार लगाते रहे, हेलीकॉप्टर भेजने की अपील करते रहे, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। बाढ़ के पानी में सभी बह गए। इस घटना का भयावह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। इससे पाकिस्तान में जबरदस्त गुस्सा है।

सांसद से लेकर आम लोग तक सरकार पर बचाव अभियान में देरी के लिए हमला बोल रहे हैं। परिवार के 15 लोग नदी के पास पिकनिक मनाने गए थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि मदद के लिए बार-बार पुकार लगाने के बावजूद तत्काल बचाव कार्य नहीं किए गए। घटनास्थल के वीडियो में लोगों को चट्टानों से चिपके और पानी बढ़ने पर चीखते हुए दिखाया गया है। 

एक महिला सांसद ने इस मामले को पाकिस्तान की संसद में उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार के पास मुसीबत में फंसे लोगों को बचाने के लिए दो घंटे थे। वहां हेलीकॉप्टर के जाने में सिर्फ 30 मिनट लगना था। इसके बाद भी लोगों को बचाया नहीं जा सका। सांसद ने कहा कि दुख की बात यह है कि कुछ लोग बेशर्मी से बोल रहे थे कि हताहत हुए लोग वहां गए ही क्यों थे। सवाल यह है कि सरकार और प्रशासन ने क्या किया?

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में एक पाकिस्तानी ने कहा, "पाकिस्तान परमाणु शक्ति संपन्न देश है। सैकड़ों हेलीकॉप्टर मौजूद हैं। हजारों लोगों के सामने एक ही खानदान के 15 लोग डूब गए।"

पाकिस्तानी सेना पर उठ रहे सवाल, क्या नहीं लोगों की जान बचाने की फुर्सत?

भारत में बाढ़ जैसी आपदा आने पर बचाव अभियान में सेना का इस्तेमाल किया जाना आम बाद है। थल सेना और नौसेना के जवान बाढ़ में घिरे लोगों के बीच जाते हैं और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाते हैं। वहीं, वायु सेना की जिम्मेदारी बाढ़ प्रभावित लोगों तक खाना-पानी पहुंचाना और बाढ़ में घिरे लोगों को जरूरत पड़ने पर एयर लिफ्ट करना है। इसके लिए हेलीकॉप्टर इस्तेमाल किए जाते हैं।

पाकिस्तान की सेना के पास हेलीकॉप्टरों की कमी नहीं है, लेकिन वहां के लोग आरोप लगा रहे हैं कि सेना को लोगों की जान बचाने की फुर्सत नहीं है। लोग बार-बार हेलीकॉप्टर नहीं भेजे जाने की बात कह पाकिस्तानी सेना और सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। पाकिस्तान में सीधे-सीधे सेना की आलोचना करना जान संकट में डालने जैसा है। इसलिए लोग सार्वजनिक रूप से सेना के खिलाफ बोलने से बचते हैं।