सार

Operation Sindoor: भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में लगातार इमरजेंसी मीटिंग हो रही। NSC मीटिंग में उसने भारत पर 6/7 मई की रात मिसाइल और ड्रोन हमले कर निर्दोष नागरिकों की हत्या का आरोप लगाया गया।

Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले का जवाब भारत ने दे दिया है। भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में डर का माहौल है। उधर, पाकिस्तानी हुक्मरान लगातार मीटिंग्स कर रहे हैं। इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपात बैठक आयोजित की गई। मीटिंग के बाद बयान जारी कर भारत के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए। पाकिस्तान ने भारत पर बिना उकसावे के, अवैध युद्ध कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।

6/7 मई की रात भारत द्वारा हमले का दावा

पाकिस्तान ने दावा किया है कि 6/7 मई 2025 की रात भारतीय सशस्त्र बलों ने समन्वित मिसाइल, वायु और ड्रोन हमले किए। ये हमले पाकिस्तान के कई क्षेत्रों में किए गए जिनमें सियालकोट, शकरगढ़, मुरिदके, बहावलपुर (पंजाब) और कोटली व मुजफ्फराबाद (आज़ाद जम्मू-कश्मीर) शामिल हैं। पाकिस्तान के मुताबिक, इन हमलों में नागरिक इलाकों को निशाना बनाया गया, जिससे कई निर्दोष पुरुष, महिलाएं और बच्चे मारे गए।

भारत पर लगाए गंभीर आरोप

पाकिस्तानी बयान में कहा गया है कि भारत ने काल्पनिक आतंकवादी शिविरों की मौजूदगी का बहाना बनाकर इन हमलों को अंजाम दिया जबकि अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने 6 मई को इन इलाकों का दौरा कर लिया था और 7 मई को और दौरों की योजना थी। पाकिस्तान ने कहा कि भारत इस झूठ को उजागर होने से रोकना चाहता था इसलिए हमले किए।

सैन्य कार्रवाई का दावा, 5 भारतीय विमान गिराने का दावा

NSC के बयान के अनुसार, पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाओं ने भारत की इस आक्रामकता का जवाब देते हुए अपने क्षेत्र की रक्षा की और पांच भारतीय लड़ाकू विमानों और ड्रोनों को मार गिराया। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 (Article 51 of UN Charter) का हवाला देते हुए कहा कि वह आत्मरक्षा में किसी भी समय, स्थान और तरीके से जवाबी कार्रवाई का अधिकार सुरक्षित रखता है। हालांकि, भारतीय एजेंसियों और फैक्ट चेक में पाकिस्तान के दावों की पोल खुल गई है। दावे झूठे साबित हुए हैं।

नेलम-झेलम परियोजना और खाड़ी देशों की उड़ानों को नुकसान का आरोप

पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि भारत ने जानबूझकर नेलम-झेलम हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट (Neelum-Jhelum Hydropower Project) को निशाना बनाया जो अंतरराष्ट्रीय संधियों का उल्लंघन है। साथ ही खाड़ी देशों की वाणिज्यिक उड़ानों को भी खतरे में डाला गया।

शांति की अपील लेकिन संप्रभुता पर समझौता नहीं

बयान का समापन इस बात पर हुआ कि पाकिस्तान इज्ज़त और सम्मान के साथ शांति चाहता है लेकिन अपनी संप्रभुता या लोगों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं करेगा।