पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर को अमेरिका की 250वीं सालगिरह परेड में नहीं बुलाया गया, मीडिया रिपोर्ट्स के उलट। यह ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के लिए एक और झटका है।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत से बेइज्जती झेलने के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। हर रोज़ पाकिस्तान की बेइज्जती की खबरें दुनिया भर में आ रही हैं। अब खबर है कि पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर को वाशिंगटन डीसी में होने वाली 250वीं सालगिरह परेड में यूएस आर्मी ने नहीं बुलाया है।
असीम मुनीर को ऐसा कोई न्योता नहीं दिया गया था। हाल ही में, पाकिस्तानी मीडिया ने खबर फैलाई थी कि असीम मुनीर को शनिवार (14 जून, 2025) को अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन डीसी में होने वाली परेड में बुलाया गया है, लेकिन सूत्रों ने साफ कर दिया है कि असीम मुनीर को बुलाए जाने की खबर झूठी है।
इस हफ्ते, अमेरिका के सेंटकॉम (सेंट्रल कमांड) प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान को मित्र राष्ट्र बताया था। अमेरिका के टॉप जनरल के इस बयान से भारत समेत पूरी दुनिया हैरान रह गई थी। हालांकि, जनरल कुरिल्ला ने भारत के साथ रिश्ते बनाए रखने पर ज़ोर दिया था। इसी बीच पाकिस्तानी मीडिया ने वाशिंगटन डीसी में होने वाली परेड में असीम मुनीर के शामिल होने की खबर फैला दी।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, अमेरिका पाकिस्तान के साथ नज़दीकियां बढ़ा रहा है। क्योंकि माना जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने जिस नूर खान एयरबेस को तबाह किया था, वहां अमेरिका के परमाणु हथियार रखे हुए थे। पाकिस्तान के जाने-माने रक्षा विशेषज्ञ इम्तियाज़ गुल ने खुद इसका खुलासा किया है।
परमाणु हथियारों को सुरक्षित रखने के लिए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम कराने की जल्दबाजी दिखाई थी। पाकिस्तान ने ट्रंप के दखल को अपनी कूटनीतिक जीत बताया, लेकिन सच्चाई यह है कि भारत के हमले से पाकिस्तान को भारी सैन्य नुकसान हुआ था। इसके बावजूद, पाकिस्तान बेतुके काम कर रहा है। इसी कड़ी में उसने अमेरिका में यूएस आर्मी परेड में पाकिस्तान को बुलाए जाने का हल्ला मचाया।
शनिवार को, यूएस आर्मी अपना 250वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर, राजधानी वाशिंगटन डीसी में भव्य सैन्य परेड का आयोजन किया जा रहा है। इस परेड को देखने के लिए यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी व्हाइट हाउस में मौजूद रहेंगे। पूरे वाशिंगटन डीसी का चक्कर लगाने के बाद यह परेड व्हाइट हाउस में खत्म होगी।
खास बात यह है कि 14 जून को डोनाल्ड ट्रंप का 79वां जन्मदिन भी है। ट्रंप ने कहा है कि शनिवार की सैन्य परेड सैन्य इतिहास में सबसे भव्य होगी। करीब 7000 सैनिक परेड में हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही, टैंक और स्ट्राइकर इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल (ICV) भी शामिल होंगे। परेड के दौरान, सैन्य विमान आकाश में हवाई प्रदर्शन भी करेंगे।