Israel ने मारे ईरान के 6 न्यूक्लियर साइंटिस्ट, परमाणु कार्यक्रम को तगड़ा झटका
इजराइल ने 13 जून को ईरान पर बम बरसाए, जिसमें उसके 20 टॉप कमांडर के अलावा 6 न्यूक्लियर साइंटिस्ट मारे गए। इजराइल एयरफोर्स ने ईरान के 4 परमाणु ठिकानों के अलावा 2 मिलिट्री साइट्स पर हमला किया। जानते हैं हमले में मारे गए ईरान के साइंटिस्ट के बारे में।
- FB
- TW
- Linkdin
Follow Us
)
1- अब्दुल हमीद मिनोचर
तेहरान के शहीद बेहेश्ती यूनिवर्सिटी में न्यूक्लियर फिजिक्स के प्रोफेसर अब्दुल हमीद मिनोचर मारे गए। वे यूरेनियम एनरिचिमेंट प्रॉसेस में एक्सपर्ट थे। उन्होंने नतांज प्लांट में सेंट्रीफ्यूगज तकनीक के विकास में काम किया।
2- अहमदरजा जोल्फाघारी
अहमदरज भी शहीद बेहेश्ती यूनिवर्सिटी में न्यूक्लियर इंजीनियरिंग के प्रोफेसर थे। वे नतांज और फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट में सेंट्रीफ्यूज के मेंटेनेंस और अपग्रेडेशन पर काम कर रहे थे।
3- सैयद अमीरहोसेन फकही
शहीद बेहेश्ती विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले सैयद अमीरहोसेन न्यूक्लियर रिएक्टर के डिजाइन पर रिसर्च का काम देखते थे। उनके पास रिएक्टर सुरक्षा और न्यूक्लियर फ्यूल साइकिल में विशेषज्ञता थी।
4- मोत्लाबीजादेह
ईरान के एटम एनर्जी ऑर्गेनाइजेशन (AEOI) में सीनियर इंजीनियर के तौर पर काम करने वाले मोत्लाबीजादेह मिसाइल टेक्नीक से जुड़े न्यूक्लियर वेपंस में रिसर्च कर रहे थे। उन्होंने परमाणु हथियारों के लिए जरूरी ट्रिगर सिस्टम के डेवलपमेंट में काम किया।
5- मोहम्मद मेहदी तेहरानची
मोहम्मद मेहदी तेहरानची इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट थे। उन्होंने फिजिक्स में पीएचडी की। वे न्यूक्लियर रिसर्च को एजुकेशन से जोड़ने के लिए काम कर रहे थे। वे परमाणु रिएक्टरों के थर्मल डिजाइन बनाने में एक्सपर्ट थे।
6- फेरेदौन अब्बासी
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख रह चुके फेरेदौन अब्बासी शहीद बेहेश्ती यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे। उन्हें ईरान के परमाणु कार्यक्रम का आर्किटेक्ट कहा जाता था। उन्होंने यूरेनियम संवर्धन और न्यूक्लियर वेपंस रिसर्च में काम किया। 2010 में एक हमले में बाल-बाल बचे थे।