ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका और इज़राइल को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ईरान किसी भी दबाव में आत्मसमर्पण नहीं करेगा और इज़राइल को उसकी गलतियों की सज़ा मिलेगी।

Israel Iran Conflict: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को इजरायल और अमेरिका को कड़ी चेतावनी दी है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले कहा कि हमें खामेनेई का ठिकाना पता है, लेकिन उन्हें नहीं मारेंगे। ईरान तुरंत आत्मसमर्पण कर दे। इसके जवाब में खामेनेई ने कहा कि उनका देश विदेशी दबाव के आगे “आत्मसमर्पण नहीं करेगा”।

टीवी पर आकर खामेनेई ने कहा कि इजरायल ने जो गलती की है इसके लिए उसे सजा मिलेगी। उन्होंने साफ-साफ नहीं कहा कि इजरायल ने कौन सी गलती की है। दरअसल, 13 जून को इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य नेतृत्व पर हमला किया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच लड़ाई शुरू हुई। इजारयल ने ईरान के परमाणु, सैन्य और सामरिक ठिकानों पर भीषण हवाई हमले किए हैं। खामेनेई के साफ कर दिया है कि ईरान अभी पीछे हटने को तैयार नहीं है।

खामेनेई ने कहा, "जायोनी शासन को यह जान लेना चाहिए कि हिट-एंड-रन का युग समाप्त हो चुका है। उन्होंने जो अपराध किए हैं इसके लिए उन्हें सजा दी जाएगी।"

थोपे गए युद्ध के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा ईरान

अमेरिका द्वारा ईरान पर सरेंडर करने का दबाव डाला जा रहा है। इसको लेकर खामेनेई ने कहा, "ईरान एक थोपे गए युद्ध के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा, ठीक उसी तरह जैसे वह एक थोपी गई शांति के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा। हमारा देश किसी भी प्रकार के दबाव के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेगा।"

धमकी की भाषा का अच्छी तरह जवाब नहीं देते ईरानी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधते हुए खामेनेई ने कहा, “जो लोग ईरान और उसके इतिहास को जानते हैं, वे जानते हैं कि ईरानी धमकी की भाषा का अच्छी तरह से जवाब नहीं देते हैं। अमेरिकियों को यह पता होना चाहिए कि अगर वे सैन्य हस्तक्षेप करते हैं तो इसके नतीजे ऐसे होंगे जिनकी भरपाई नहीं हो सकेगी।”