US strikes Iran nuclear sites: अमेरिकी हमले के बाद ईरान ने पहली बार माना है कि उसके परमाणु ठिकानों को भारी नुकसान हुआ है। अमेरिकी B-2 बमवर्षकों ने 22 जून को बंकर-बस्टर बम गिराए थे, जिससे भारी विनाश हुआ।

US Strikes Iran: ईरान ने बुधवार को पहली बार स्वीकार किया कि हाल ही में अमेरिका द्वारा किए गए हमले के चलते उसके परमाणु ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। अल जजीरा से बात करते हुए ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने कहा कि 22 जून को अमेरिकी B-2 बमवर्षकों द्वारा बंकर-बस्टर बम गिराए जाने से काफी विनाश हुआ है।

बघेई ने कहा, "हमारे परमाणु प्रतिष्ठानों को बहुत नुकसान पहुंचा है। यह निश्चित है।" हालांकि उन्होंने इस बारे में और अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। बता दें कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी अटैक के चलते ईरान का परमाणु कार्यक्रम दशकों पीछे चला गया है। वह परमाणु बम बनाने की स्थिति में नहीं है।

ईरान की न्यूक्लियर इनरिचमेंट कैपेसिटी खत्म

मध्य पूर्व में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने फॉक्स न्यूज को बताया कि अमेरिका और इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर इनरिचमेंट कैपेसिटी को नुकसान पहुंचाया है। इसे पूरी तरह खत्म करने का अपना लक्ष्य पा लिया है। वार्ता के लिए ईरान की शर्त इजरायल के सैन्य अभियान का अंत था। इजरायल इसके लिए तैयार हो गया है।

डोनाल्ड ट्रंप बोले-दशकों पीछे चला गया ईरान का परमाणु कार्यक्रम

नीदरलैंड में नाटो शिखर सम्मेलन (NATO summit) से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम दशकों पीछे चला गया है। ट्रंप ने कहा, "वे लंबे समय तक बम नहीं बनाएंगे। अमेरिकी हमलों के कारण ईरान के परमाणु स्थल पूरी तरह नष्ट हो गए हैं।"

22 जून को अमेरिका ने किया था ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला?

बता दें कि 22 जून को अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया था। इस ऑपरेशन को मिडनाइट हैमर (Operation Midnight Hammer) नाम दिया गया था। यूएस एयरफोर्स के B-2 बॉम्बर विमानों ने ईरान के परमाणु ठिकाने पर बंकर बस्टर बम गिराए थे। इसके साथ ही सबमरीन से टॉमहॉक मिसाइल दागे गए।

पेंटागन ने बताया है कि ऑपरेशन मिडनाइट हैमर में 125 से अधिक विमानों ने भाग लिया। इनमें स्टील्थ बमवर्षक, सहायक विमान, लड़ाकू विमान और निगरानी विमान शामिल थे। कुल 75 सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया गया। इनमें 14 बंकर बस्टर और दो दर्जन से अधिक क्रूज मिसाइलें शामिल थीं।