सार

Pahalgam Attack: पहलगाम हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित की, जिसपर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और 'हर कीमत पर पानी की उपलब्धता सुनिश्चित' करने की बात कही।

India Pakistan Tension: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत अधिक बढ़ गया है। भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित कर दी है। इसपर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने लड़ाई करने की धमकी दी है।

पाकिस्तानी सेना के एक कार्यक्रम में शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ जमकर बयानबाजी की। भारत द्वारा सिंधु जल संधि स्थगित किए जाने पर शरीफ ने कहा, "पानी पाकिस्तान का महत्वपूर्ण राष्ट्रीय हित है, हमारी जीवन रेखा है। इसको लेकर किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए। इसकी (पानी की) उपलब्धता हर कीमत और हर परिस्थिति में सुरक्षित रखी जाएगी। सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान के जल के प्रवाह को रोकने, कम करने या मोड़ने के किसी भी प्रयास का पूरी ताकत और शक्ति से जवाब दिया जाएगा। किसी को भी किसी भी प्रकार की गलत धारणा या भ्रम में नहीं रहना चाहिए।"

‘ऑपरेशन स्विफ्ट रिटॉर्ट’ का जिक्र करते हुए कहा शरीफ ने कहा, "हमारे बहादुर सैनिक किसी भी दुस्साहस के खिलाफ देश की संप्रभुता और इसकी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए पूरी तरह सक्षम और तैयार हैं। फरवरी 2019 में भारत की दुस्साहसिक घुसपैठ के प्रति हमारी संयमित लेकिन दृढ़ प्रतिक्रिया से यह साफ दिखाई देता है।"

शहबाज शरीफ बोले- शांति हमारी प्राथमिकता, लेकिन कमजोरी न समझें

शहबाज ने कहा, "24 करोड़ लोगों का यह देश हमारे बहादुर सशस्त्र बलों के साथ एकजुट है। हमारे देश पाकिस्तान के हर इंच की रक्षा के लिए तैयार है। शांति हमारी प्राथमिकता है लेकिन इसे हमारी कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए। कायदे-आजम मोहम्मद अली जिन्ना ने सही कहा था, कश्मीर पाकिस्तान की गर्दन की नस है। संयुक्त राष्ट्र के कई प्रस्तावों के बावजूद यह विवाद अनसुलझा है। पाकिस्तान कश्मीरी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन तब तक करता रहेगा जब तक कि वे अपने अधिकार हासिल नहीं कर लेते।"

पहलगाम हमले के बाद भारत ने किया सिंधु जल संधि स्थगित

बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया। इसके चलते 26 पर्यटकों की मौत हो गई। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए। राजनीतिक संबंधों को कम किया गया। सिंधु जल संधि स्थगित कर दी गई। भारत ने पाकिस्तानियों को दिया वीजा रद्द कर दिया और वाघा-अटारी सीमा बंद कर दी। इसके बदले में पाकिस्तान ने भी भारत के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने समेत कई फैसले लिए हैं।