पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसीम मुनीर अमेरिकी सेना दिवस में शामिल होंगे। इस यात्रा के रणनीतिक मायने हैं और भारत के लिए चिंता का विषय भी। अमेरिका आतंकवाद, चीन और CPEC जैसे मुद्दों पर पाकिस्तान से बातचीत करेगा।

Pakistan Army Chief Asim Munir: पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसीम मुनीर (Asim Munir) इस सप्ताह अमेरिका की यात्रा करने वाले हैं। वह 14 जून को 250वें अमेरिकी सेना दिवस समारोह में भाग लेने जाएंगे। इसे 1775 में अमेरिकी सेना की स्थापना की याद में मनाया जाता है।

क्या है आसीम मुनीर की अमेरिका यात्रा का रणनीतिक महत्व

अमेरिकी सेना दिवस पर पाकिस्तानी सेना प्रमुख मुनीर का मौजूद होना औपचारिकता से कहीं अधिक है। इसके गहरे रणनीतिक महत्व हैं। इससे साफ संदेश मिल रहा है कि अमेरिका पाकिस्तान को अपना करीबी सैन्य सहयोगी मानता है। जानकारों के अनुसार अमेरिकी सरकार इस अवसर का इस्तेमाल पाकिस्तान के साथ कई रणनीतिक मोर्चों पर बातचीत करने के लिए कर रही है।

पाकिस्तान के साथ किन मुद्दों पर बात करेगा अमेरिका

  • अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी सहयोग।
  • चीन की बेल्ट एंड रोड पहल, विशेषकर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर पाकिस्तान की स्थिति।
  • चीन के साथ पाकिस्तान की बढ़ती निकटता पर चिंताओं के बीच सैन्य संबंधों को फिर से बढ़ाना।

आसीम मुनीर की अमेरिका यात्रा से क्या हैं भारत की चिंताएं?

  • पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों सहित आतंकवादी संगठनों को निरंतर समर्थन दे रहा है। इन संगठनों के आतंकी नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सक्रिय हैं।
  • पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद के खिलाफ सहयोग के सार्वजनिक दावों के बावजूद टीटीपी और अफगान स्पिलओवर नेटवर्क के खिलाफ अपर्याप्त कार्रवाई।
  • चीन-पाकिस्तान की बढ़ती करीबी। खासकर सीपीईसी के दायरे में, जिसका भारत विरोध करता है। यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से होकर गुजरता है।

वाशिंगटन में करना पड़ सकता है आसीम मुनीर को विरोध का सामना

आसीम मुनीर को वाशिंगटन में विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ सकता है। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के समर्थक मुनीर की यात्रा के दौरान वाशिंगटन डीसी में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं। इमरान की पार्टी पीटीआई ने पाकिस्तान सेना के नेतृत्व पर पूर्व प्रधानमंत्री को हटाने की साजिश रचने और कथित तौर पर "हाइब्रिड शासन" के माध्यम से लोकतांत्रिक आवाजों को दबाने का आरोप लगाया है।

आसिम मुनीर के हाथ में है पाकिस्तान की सत्ता

यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पाकिस्तान की सत्ता असल में सेना के पास है। सेना प्रमुख होने के नाते मुनीर के हाथ में सत्ता है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद उन्हें फील्ड मार्शल पद मिला है। मुनीर ने पहले आईएसआई और सैन्य खुफिया प्रमुख के रूप में काम किया है। अमेरिकी सरकार पाकिस्तान की सेना से सीधी बात करती है। वह जानती है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के पास असल ताकत नहीं है।