Donald Trump ने Washington DC के AI Summit में भारत समेत अन्य देशों में फैक्ट्रियां और नौकरियां देने वाली कंपनियों को चेताया. AI Action Plan के तहत Google, Meta, Microsoft पर “America First” का दबाव, भारत में हड़कंप.

Donald Trump to Tech Companies India Jobs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बार फिर मेटा-अमेजन-गूगल जैसी कंपनियों को भारत में नौकरियां देना बंद करने और फैक्ट्रियां हटाने की चेतावनी दी है। वॉशिंगटन डीसी में All-In Podcast और Hill \& Valley Forum AI Summit के दौरान ट्रंप ने Google, Meta, Microsoft जैसी अमेरिकी टेक कंपनियों को भारत, चीन और आयरलैंड में फैक्ट्री बंद करने और नौकरियां नहीं देने को कहा है।

यह भी पढ़ें: UNESCO: अमेरिका ने फिर किया यूनेस्को छोड़ने का ऐलान, फिलीस्तीन की सदस्यता से हुआ नाराज, कहा-एंटी इजरायल एजेंडा को बढ़ावा

अमेरिका में फैक्ट्रियों को लगाने की सलाह

ट्रंप ने कहा कि हमारी टेक इंडस्ट्री ने सालों तक 'रेडिकल ग्लोबलिज़्म' (Radical Globalism) का पीछा किया जिससे लाखों अमेरिकी खुद को ठगा महसूस करते हैं। इन कंपनियों ने चीन में फैक्ट्रियां बनाई, भारत में लोग हायर किए, और प्रॉफिट्स को आयरलैंड भेजा। अब वक्त है अमेरिका को पहला बनाया जाए।

यह भी पढ़ें: इंडिया-यूके के बीच साइन हुआ ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौता, हमारे 99% सामान पर नहीं लगेगा टैक्स

AI Action Plan के साथ जारी हुए 3 अहम Executive Orders

ट्रंप प्रशासन ने AI Action Plan लॉन्च करते हुए तीन नए एग्जीक्यूटिव ऑर्डर साइन किए हैं। यह आदेश AI Infrastructure के लिए परमिट प्रक्रिया तेज करेगा, इससे अमेरिकन AI टेक्नोलॉजी का एक्सपोर्ट बढ़ाना सुनिश्चित किया जाएगा और राजनीतिक या विचारधारात्मक पक्षपात वाले AI सिस्टम्स की सरकारी खरीद पर रोक लगेगी।

$320 Billion का निवेश, $500 Billion का वादा

ट्रंप ने बताया कि Google, Meta, Microsoft, Amazon इस साल AI और Data Centres में $320 अरब से अधिक निवेश कर रहे हैं, जबकि Nvidia ने अगले चार वर्षों में $500 अरब निवेश का ऐलान किया है।

India समेत बाहरी देशों पर क्यों है ट्रंप का गुस्सा?

ट्रंप का इशारा साफ था कि भारत जैसे देशों में American कंपनियों द्वारा टेक हब बनाने और लाखों की संख्या में भारतीय इंजीनियरों को नौकरी देने से अमेरिका में ब्लू कॉलर जॉब्स और स्थानीय रोजगार को नुकसान हुआ है। उनका कहना था कि अब हम विदेशी देशों को नहीं बल्कि अपने देश को बनाएंगे। AI का Golden Age अमेरिकी कामगारों से, अमेरिकी टेक्नोलॉजी से और अमेरिकी ऊर्जा से चलेगा।

ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन (Joe Biden) पर भी हमला बोला और कहा कि बिडेन प्रशासन ने AI एक्सपोर्ट पर कड़े प्रतिबंध लगाए थे जिससे हमारे मित्र देश भी चीन के करीब चले गए। लेकिन मैंने आते ही उस ‘Biden Diffusion Rule’ को खत्म कर दिया।

भारत के लिए क्या मतलब है इस बयान का?

ट्रंप का बयान ऐसे समय आया है जब भारत AI, Cloud Computing और IT सर्विसेज में ग्लोबल लीडर बनकर उभरा है। Google, Meta, Microsoft जैसी कंपनियों के भारतीय ऑफिसेस और हायरिंग ऑपरेशन्स पर इस बयान का बड़ा असर पड़ सकता है।