सार

चीन पाकिस्तान को जून के अंत तक 3.7 अरब डॉलर का कर्ज देगा। यह कर्ज युआन में दिया जाएगा, जो डॉलर के एकाधिकार को चुनौती देने का चीन का एक प्रयास है। इस कर्ज से पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा होगा।

China Ready to give Loan to Pakistan: भारत से जंग लड़ने की हिमाकत करने वाले पाकिस्तान पर पड़ोसी चीन एक बार फिर मेहरबान दिख रहा है। भारत के साथ सैन्य टकराव के बाद अब ड्रैगन ने पाकिस्तान को बड़ा कर्ज देने का फैसला किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन जून के आखिर तक पाक को 3.7 अरब डॉलर (31,584 करोड़ रुपए) का कमर्शियल लोन देने वाला है।

चीन की मुद्रा युआन में मिलेगा कर्ज

खास बात ये है कि पाकिस्तान को ये पूरा कर्ज चीन की मुद्रा युआन में मिलेगा। चीन ने जानबूझकर पाकिस्तान को अपनी करंसी में कर्ज देने का फैसला किया है। चीन डॉलर के एकाधिकार को चुनौती देते हुए अमेरिका को सबक सिखाना चाहता है।

चीन से न मिलता कर्ज तो पाकिस्तान की हालत होती बद से बदतर

बता दें कि पाकिस्तान को हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) से 1 अरब डॉलर (8500 करोड़ रुपए) का कर्ज मिला है। इसके साथ ही पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक के भंडार 11.4 अरब डॉलर हो गया। अब चीन से कर्ज मिलने के बाद इसमें और ज्यादा इजाफा हो सकता है। अगर चीन पाकिस्तान को कर्ज नहीं देता तो जून के आखिर तक उसका विदेशी मुद्रा भंडार 10 अरब डॉलर के नीचे पहुंच जाता। पाकिस्तान की कोशिश है कि वित्त वर्ष 2025-26 में उसका विदेशी मुद्रा भंडार 14 अरब डॉलर के आसपास बना रहे।

पाकिस्तान पर कुल कितना कर्ज

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जून 2024 तक पाकिस्तान पर कुल 256 अरब डॉलर (करीब 21.6 लाख करोड़ रुपए) का कर्ज है, जो उसकी GDP का 67% है। पाकिस्तान पर 7.3 लाख करोड़ का विदेशी कर्ज और 14.3 लाख करोड़ रुपए का घरेलू कर्ज है। दिसंबर 2024 तक पाकिस्तान पर चीन का 28.7 अरब डॉलर (करीब 2.42 लाख करोड़ रुपए) का कर्ज है। वहीं, जून तक 3.7 अरब डॉलर का कर्ज मिलने के बाद ये रकम 32.4 अरब डॉलर हो जाएगा। इसके अलावा, दिसंबर 2024 तक सऊदी अरब भी पाकिस्तान को 9.16 अरब डॉलर (करीब 77.2 हजार करोड़ रुपए) का कर्ज दे चुका है।