चीन की 2024 की शेन्ज़ेन सुंदरी को नकली डिग्री सर्टिफिकेट देने के जुर्म में 8 महीने की जेल हो गई है। हांगकांग यूनिवर्सिटी में आईवी लीग क्वालिफिकेशन के लिए कोलंबिया यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री दिखाना इस युवती को भारी पड़ गया।

खूबसूरती के साथ-साथ डिग्रियां भी खरीदने की चाह रखने वाली चीन की 2024 की शेन्ज़ेन सुंदरी को 8 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है। दुनिया के मशहूर ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा ले चुकी इस लड़की को आम लोगों की तरह जेल भेजे जाने पर स्थानीय लोगों ने जज के फैसले की तारीफ की है।

आजकल शिक्षा एक व्यापार बन गया है, जो सिर्फ अमीरों के लिए है। सरकारी और प्राइवेट नौकरियों में शैक्षणिक योग्यता जरूरी होने के कारण, नकली सर्टिफिकेट देने वाले फर्जी यूनिवर्सिटीज हर देश में बढ़ गए हैं। ऐसे नकली सर्टिफिकेट से नौकरी मिल भी जाए, तो कभी न कभी धोखाधड़ी पकड़ी जाती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की इस सुंदरी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।

हांगकांग यूनिवर्सिटी में आईवी लीग क्वालिफिकेशन के लिए कोलंबिया यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री दिखाना चीन की इस सुंदरी के लिए मुसीबत बन गया। 28 साल की ली सिक्सुआन को नकली सर्टिफिकेट के मामले में 240 दिन (आठ महीने) की जेल हो गई है।

ली सिक्सुआन ने दावा किया था कि उन्होंने न्यूयॉर्क के कोलंबिया यूनिवर्सिटी से भाषा विज्ञान में डिग्री ली है। हांगकांग यूनिवर्सिटी में भाषा विज्ञान के पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन के लिए ली ने 2021 में कोलंबिया यूनिवर्सिटी की नकली डिग्री जमा की थी। 2022 में ली को एडमिशन भी मिल गया। फिर 2024 में ली, शेन्ज़ेन मिस यूनिवर्स ब्यूटी कॉन्टेस्ट जीत गईं।

ली ने सिर्फ कोलंबिया यूनिवर्सिटी ही नहीं, बल्कि हांगकांग यूनिवर्सिटी की भी नकली डिग्री जमा की थी। उस सर्टिफिकेट में ली ने ग्रेजुएशन में अच्छे नंबर दिखाए थे। लेकिन यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड्स बताते हैं कि ली ने यह कोर्स बस पास किया था। हांगकांग यूनिवर्सिटी की जांच में कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने बताया कि ऐसी कोई स्टूडेंट उनके यहां पढ़ी ही नहीं है।

ली ने पुलिस को बताया कि नकली सर्टिफिकेट के लिए उन्होंने 45 लाख रुपये खर्च किए थे। ली ने 2020 में सोंगनान यूनिवर्सिटी के वुहान कॉलेज से अर्थशास्त्र और कानून में ग्रेजुएशन किया था। बाद में ली ने पुलिस को यह भी माना कि उन्होंने कोलंबिया यूनिवर्सिटी का एक ऑनलाइन कोर्स भी किया था। नकली सर्टिफिकेट पकड़े जाने के बाद भी ली चीन वापस जाने से मना कर रही थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी वजह से उन्हें बॉर्डर पर गिरफ्तार कर लिया गया। शातिन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 8 तारीख को ली को 300 दिन की जेल की सजा सुनाई थी, जिसे बाद में घटाकर 240 दिन कर दिया गया।

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